आंदोलन की आंच में झुलसा भविष्य, कोल्हान के 2356 पारा शिक्षक होंगे बर्खास्त

कोल्हान प्रमंडल के शिक्षा पदाधिकारियों की ओर से इस संबंध में कुल 2356 पारा शिक्षकों को शोकॉज जारी किया जा रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 11:36 AM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 11:36 AM (IST)
आंदोलन की आंच में झुलसा भविष्य, कोल्हान के 2356 पारा शिक्षक होंगे बर्खास्त
आंदोलन की आंच में झुलसा भविष्य, कोल्हान के 2356 पारा शिक्षक होंगे बर्खास्त

जमशेदपुर, जासं। झारखंड स्थापना दिवस पर कैजुअल लीव (सीएल) लेकर सामूहिक अवकाश पर रहनेवाले पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कोल्हान प्रमंडल के शिक्षा पदाधिकारियों की ओर से इस संबंध में कुल 2356 पारा शिक्षकों को शोकॉज जारी किया जा रहा है। इसके बाद सरकार के निर्देशानुसार इन पारा शिक्षकों को बर्खास्त किया जाएगा।

बीईईओ को भी शो-कॉज

वहीं 2356 पारा शिक्षकों द्वारा संचालित स्कूलों में झारखंड स्थापना दिवस के दिन किसी तरह का कोई कार्यक्रम आयोजित न करने तथा इन शिक्षकों की जगह वैकल्पिक व्यवस्था न करने के कारण कोल्हान प्रखंड के विभिन्न प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को शोकॉज किया जा रहा है। उन पर कार्य में कोताही बरतने का आरोप है।

नहीं की गई बैकल्पिक व्यवस्था

पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा विभाग की ओर से गुरुवार को अनुपस्थित रहने वाले कुल 527 पारा शिक्षक कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद इन्हें बर्खास्त किया जाएगा। इसके अलावा गुड़ाबांदा, मुसाबनी, जमशेदपुर, धालभूमगढ़ और चाकुलिया के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीइइओ) को अपने कार्य में कोताही बरतने तथा झारखंड स्थापना दिवस के दिन कई स्कूलों में कोई भी कार्यक्रम आयोजन न करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने बताया कि अगर पारा शिक्षकों ने बीईईओ को सामूहिक सीएल की सूचना दी थी तो उन्हें वैकल्पिक उपाय करना चाहिए था।

सरकार ने दिया 20 तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम

राज्य सरकार ने भी पारा शिक्षकों को दिग्भ्रमित नहीं होने तथा काम पर लौटने की अपील करते हुए 20 नवंबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद 22 नवंबर से उनकी सेवा समाप्त कर नए पारा शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हड़ताली पारा शिक्षकों के विरुद्ध नो वर्क नो पे भी लागू किया गया है। राज्य सरकार ने उनसे अपील की है कि ऐसे पारा शिक्षक जो संघ के दबाव या भय में या दिग्भ्रमित होकर हड़ताल पर चले गए हैं वे 20 तक काम पर लौट जाएं। राज्य परियोजना परिषद के अनुसार, मुख्य सचिव की अपील तथा परिषद सख्त निर्देश के बावजूद लगभग 70 फीसद पारा शिक्षक 15 नवंबर को स्कूल नहीं जाकर राज्य स्थापना दिवस समारोह में बाधा डालने का काम किया।

ये हैं जिलावार आंकड़े

जिला - कुल पारा शिक्षक- उपस्थित-अनुपस्थित

1. पूर्वी सिंहभूम -2198-1651-527

2. पश्चिम सिंहभूम-2271-1299-972

3. सरायकेला-खरसावां-2380 -1523-857

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