वन विभाग : जमशेदपुर में 165 वनरक्षियों ने विभागीय परीक्षा का किया बहिष्कार Jamshedpur News

अचानक रांची से किसी यूनियन नेता का फोन आया और परीक्षा केंद्र के बाहर जुटे वनरक्षियों ने विभागीय परीक्षा देने से इंकार कर दिया।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 04 Jan 2020 10:45 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jan 2020 10:45 PM (IST)
वन विभाग : जमशेदपुर में 165 वनरक्षियों ने विभागीय परीक्षा का किया बहिष्कार Jamshedpur News
वन विभाग : जमशेदपुर में 165 वनरक्षियों ने विभागीय परीक्षा का किया बहिष्कार Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जमशेदपुर के डीएवी पब्लिक स्कूल पटेलनगर भुइयांडीह में शनिवार को पूर्व निर्धारित समय पर विभागीय परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में जमशेदपुर वन प्रमंडल, सरायकेला वन प्रमंडल, दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के अलावा जमशेदपुर सोशल फारेस्ट के 167 वनरक्षियों को शामिल होना था। 

वन विभाग द्वारा सारी तैयारियां कर ली गयी थी। जिला प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट भी नियुक्त कर दिया गया था। जबकि मौके पर सीएफ जब्बार सिंह, डीएफओ दलमा चंद्रमौली प्रसाद सिन्हा, डीएफओ जमशेदपुर डा. अभिषेक कुमार, रेंजर रामबाबू कुमार आदि उपस्थित थे। सभी वनरक्षी एडमिट कार्ड लेकर भी आए थे, अचानक रांची से किसी यूनियन नेता का फोन आया और वनरक्षी विभागीय परीक्षा देने से इंकार कर दिया। परीक्षा में शामिल होने के लिए कमरे के अंदर गए ही नहीं। मौके पर मौजूद सीएफ, डीएफओ के समझाने के बावजूद वनरक्षी परीक्षा देने को तैयार नहीं हुए। इसी बीच 167 में दो महिला वनरक्षी ने परीक्षा देने पर सहमति दी और वह निर्धारित तीन घंटे की अवधि में 100 अंक की परीक्षा देकर बाहर निकली। वहीं दूसरी ओर 165 वनरक्षी विभागीय परीक्षा नहीं दिया। पूछने पर परीक्षा बहिष्कार करने वाले वनरक्षी कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

इस संबंध में जब डीएफओ चंद्रमौली प्रसाद सिन्हा व डा. अभिषेक कुमार ने बताया कि चूंकि सभी वनरक्षी परमानेंट स्टाफ हैं। उन्हें विभागीय परीक्षा देना अनिवार्य है। परीक्षा में सफल होने के बाद उनका प्रमोशन से लेकर इंक्रीमेंट में फायदा मिलता है। डीएफओ ने स्पष्ट किया कि बिना विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण किए वनरक्षी को किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं मिल सकेगा।

सरकारी नियमानुसार उन्हें विभागीय परीक्षा देना ही पड़ेगा। हालांकि देर शाम को कुछ वनरक्षी नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि वह विभागीय परीक्षा नहीं देकर अच्छा काम नहीं किए। वह किसी के बहकावे में आ गए और देखा-देेखी अपना भविष्य के साथ खिलवाड़ किए। 

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