उपेक्षा का शिकार छतरडांगा गांव

संवाद सहयोगी, घाटशिला : प्रखंड के अंतिम छोर पर बसा छतडांगा गांव सरकारी सुविधाओं से पूरी तरह उपेक्षित

By Edited By: Publish:Fri, 31 Jul 2015 06:47 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2015 06:47 PM (IST)
उपेक्षा का शिकार छतरडांगा गांव

संवाद सहयोगी, घाटशिला : प्रखंड के अंतिम छोर पर बसा छतडांगा गांव सरकारी सुविधाओं से पूरी तरह उपेक्षित है। पहाड़ की तलहटी पर बसे गांव में अधिकतर लोग अपने को उपेक्षित महसूस करते हैं। हो भी क्यों न पिछले दो माह से गांव में जो बिजली की समस्या बनी है।

इस संबंध में विभागीय अधिकारी से लेकर मिस्त्री तक से ग्रामीण आग्रह कर चुके हैं पर यहां के कर्मचारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। दैनिक वेतन के मिस्त्री की तो बात अलग ही है। बिजली के खंभे व तार सब कुछ लगे हैं पर शोभा की वस्तु बनकर ग्रामीणों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सिर्फ बिजली विभाग ही नहीं बल्कि किसी भी विभाग का कार्य यहां नहीं हुआ है। गांव पूरी तरह से उपेक्षित है। सरकार की ओर से चलाई जा रही एक भी कल्याणकारी योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। स्थानीय ग्रामीण लोधा सबर, शांति ¨सह, कमल ¨सह, बिहारी ¨सह व कापरा मांडी आदि ने गांव की बदहाली के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस बारिश के मौसम में सड़क की स्थिति भी काफी बदहाल हो चुकी है। हाल के दिनों में गांव के दर्जनों लोग बीमार पड़े पर कोई वाहन गांव तक आने को तैयार नहीं हुआ। ऐसे में ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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