ईमानदारी की कद्र नहीं तो छोड़ दूंगा झारखंड : डॉ. अजय
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मैंने ढाई साल तक जिस मेहनत और ईमानदारी के साथ सक्रिय रहा, उसे सभी ने देखा है। इसके बावजूद यदि हार गया तो इसका मतलब यही हुआ कि यहां ईमानदारी और मेहनत से काम करने वालों की कद्र नहीं है। ऐसी स्थिति में यहां रहने का क्या तुक है। यदि ऐसा हुआ तो वे झारखंड छोड़ देंगे, लेकिन दिल्ली में राजनीति करता रहूंगा। ये बातें झाविमो प्रत्याशी सांसद डॉ. अजय कुमार ने कहीं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे दिन शुक्रवार को सांसद ने कहा कि वैसे अभी तक उन्हें जो रिपोर्ट मिली है, उसके अनुसार उनकी स्थिति अच्छी है। इसके बावजूद परिणाम उलटा आया तो उनकी जगह कोई भी रहेगा तो वही करेगा, जो वह कह रहे हैं। वह कभी भी जात-पात की राजनीति नहीं कर सकते। उनके लिए सभी मनुष्य एक समान है। उनका मानना है कि लोगों को आर्थिक आधार पर सुविधाएं मिलनी चाहिए, ना कि जात के आधार पर।
इससे पूर्व अपनी दिनचर्या के बारे में कहा कि गुरुवार को रात में जल्दी (करीब आठ-नौ बजे) सो गए थे, इसलिए सुबह जल्दी उठ गया। छह बजे जगने के बाद मार्निग वाक भी किया तो एक्सरसाइज के लिए भी समय निकाला। इसके बाद बाहर से आए दोस्तों को विदा करने में व्यस्त रहा तो सुबह से शाम तक लोगों से मिलने-जुलने और फोन पर बातें होती रहीं। शनिवार को वे दुमका जा रहे हैं जहां झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव परिणाम के बारे में डॉ. अजय कुमार ने कहा कि 16 मई तक सबको इंतजार करना चाहिए, वह भी करेंगे।