श्रमदान कर ग्रामीणों ने बना डाला रास्ता व पुलिया

अरुण खुशबू इचाक (हजारीबाग) बरसात के दिनों में टापू बन जाने वाले प्रखंड के सुदूरवर्ती क्ष

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 08:05 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 08:05 PM (IST)
श्रमदान कर ग्रामीणों ने बना डाला रास्ता व पुलिया
श्रमदान कर ग्रामीणों ने बना डाला रास्ता व पुलिया

अरुण खुशबू, इचाक (हजारीबाग) : बरसात के दिनों में टापू बन जाने वाले प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र डाढ़ा पंचायत के बभनी गांव के बांका टोला में लोगों ने श्रमदान कर पुलिया बना समस्या का समाधान तो निकाला ही सरकार तंत्र के झूठे वादों और विकास की कहानी को को आइना भी दिखाया है। बरसात के दनों में तीन-तीन बरसाती नदियों को जान हथेली पर लेकर पार करने वाले ग्रामीणों ने श्रमदान से सड़क ही नहीं बनायी बल्कि अस्थायी पुल बनाकर अपनी समस्या का खुद समाधान निकाल लिया है। बरसात में नदी पार करने को लेकर हो रही परेशानी को देखते हुए ग्रामीणों ने श्रमदान कर चार दिनों में सड़क और नदी पर बांस की पुलिया बना डाला गांव के 40 ग्रामीणों ने कच्ची सड़क और बांस की पुलिया बना कर आवगमण करना शुरू किया है। ग्रामीणों को बभनी मुख्य पथ से बांका टोला जाने के लिए करीब 1 किलोमीटर पहाड़ी कच्ची सड़क से गुजरना पड़ता है। सड़क और पूल को लेकर ग्रामीणों ने कई बार सांसद, विधायक समेत जन प्रतिनिधियों से गुहार लगायी, मिला तो सिर्फ आश्वासन। ग्रामीणों ने खुद ही तय किया की आवगमण की व्यवस्था खुद बनाएँगे और अपने हौसले पर अडिग ग्रामीणों ने चलने लायक सड़क और चचरी पुल बनाने को ठानी। सभी एकजुट हुए और श्रमदान कर चलने लायक सड़क और बांस का पुल बना डाला। मोटरसाइकिल पार करा किया पूल का उद्घाटन ग्रामीणों ने शुक्रवार 10 जुलाई, को बांस का पुल पर से मोटरसाइकिल पार करवा कर इस पुल का उद्घाटन किया। श्रमदान करने वालों में फूलो मुर्मू, झुमरी टुड्डू, देवंती मुंडा, खुशबू टुडू, सुंदरी हांसदा, देवी सोरेन, पंडरी टुडू, सरिता टुडू, जमिता हेम्ब्रम, प्रमिला हांसदा, सुनीता हांसदा, अनिशा हेम्ब्रम समेत 40 महिला और पुरुष शामिल थे।

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