एमसीआइ का सवाल इस ओटी में कैसे करती हो ऑपरेशन

हजारीबाग मानकों की जांच करने पहुंची मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम हजारीबाग

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Nov 2019 07:57 PM (IST) Updated:Fri, 15 Nov 2019 07:57 PM (IST)
एमसीआइ का सवाल इस ओटी में कैसे करती हो ऑपरेशन
एमसीआइ का सवाल इस ओटी में कैसे करती हो ऑपरेशन

हजारीबाग : मानकों की जांच करने पहुंची मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की मौजूद व्यवस्था से संतुष्ट नजर नहीं आई। अस्पताल के महिला ओटी के निरीक्षण के क्रम में टीम ने मौजूद महिला चिकित्सकों से पूछा इस ऑपरेशन थियेटर में आप लोग कैसे ऑपरेशन करती हो। एसमीआइ के मानक के अनुसार ओटी को नहीं पाया गया।

इससे पहले महिला ऑपरेशन थियेटर की बारीकी से जांच करते हुए असंतुष्टि जाहिर की। ज्ञातव्य है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मेडिकल कॉउंसलि आफ इंडिया की तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण कर विभिन्न पहलुओं पर जांच की। ज्ञातव्य है एमसीआइ की टीम ने पिछली बार मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की जांच के दौरान कुल 37 बिदुओं पर आपत्ति दर्ज कराई थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए विगत 19 अगस्त को नामांकन व कॉलेज के संचालन की अनुमति दी थी। इसके लिए राज्य के मुख्य सचिव व स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने एमसीआइ के द्वारा की गई आपत्तियों का निराकरण तीन माह के अंदर में कर लेने का शपथ पत्र सौंपा था। सभी विभागों की हुई गहन जांच :

जानकारी के अनुसार एमसीआइ की टीम ने अस्पताल के ओपीडी, ट्रामा सेंटर, मेल-फिमेल मेडिकल व सर्जिकल वार्ड, मेल-फिमेल ऑपरेशन थियेटर, ब्लड बैंक, पैथोलॉजिकल लैब, एक्स-रे, नेत्र विभाग, इएंडटी विभाग सहित विभागों की बारीकी से जांच की। इस दौरान टीम ने अस्पताल में उपलब्ध मेडिकल उपकरण, डॉक्टर, स्टाफ नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, दवाएं, जांच सहित कई पहलुओं पर जांच की। एमसीआइ की टीम जहां नेत्र विभाग की जांच करने के बाद संतुष्ट मिली। वहीं अन्य विभागों में जाने पर असंतुष्टि जाहिर की। पैथोलॉजिकल लैब की जांच करने के दौरान कितनी संख्या में कितने प्रकार की जांच होती है? साथ नहीं किए जानेवाले जांचों के संबंध में भी प्रश्न किया। वहीं ब्लड बैंक की जांच करते हुए इसके लाइसेंस को एक्सपायर पाए जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया। इसके साथ ही ओपीडी की जांच के दौरान वहां कम जगह होने की बात की। साथ ही माहवार ओपीडी की संख्या के साथ विगत तीन दिनों की विभिन्न विभागों की ओपीडी की औसत रिपोर्ट भी मांगी। वहीं पुरूष मेडिकल व सर्जिकल वार्ड की जांच करने के दौरान मरीजों को मिलनेवाली सुविधाओं के विषय में विस्तार से जाना। साथ ही पुराने खंडहर भवन में चल रहे एक्स-रे प्लांट की बाबत भी प्रश्न पूछे। वहीं नई तकनीक की डिजिटल एक्स-रे मशीन नहीं उपलब्ध होने का कारण जाना। इस बीच एमसीआई की टीम ने विभिन्न विभागों की जांच करते हुए आवश्यक डेटा भी जमा किया। लगभग दो घंटे से अधिक समय तक अस्पताल की जांच करने के बाद टीम मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना हो गई। जहां प्राचार्य प्रो. डा. एस. के. सिंह व अन्य प्राध्यापकों के साथ मेडिकल कॉलेज की जांच करने के उपरांत बैठक कर आवश्यक जानकारियां ली।

अस्पताल में एमसीआई की टीम की जांच के दौरान उनके साथ मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. के. के. लाल, उपाधीक्षक डॉ. ए. के. सिंह, डॉ. मे. पीके. सिन्हा, अस्पताल प्रबंधक शाहनवाज , कुमुद सिन्हा व अन्य कर्मी साथ थे। साथ ही सीपीएम के जिला महासचिव गणेश कुमार सीटू भी उपस्थित थे

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