Hazaribagh News: स्वाधार गृह पर गंभीर आरोप, मालिक के घर लगवाया जाता था पाेछा, यूपी में शादी के लिए बनाया दबाव

Hazaribagh News हजारीबाग के स्वाधार गृह से फरार चार युवती सहित सात महिलाओं में से दो को पुलिस ने बरामद कर लिया है। बरामद नाबालिग ने स्वाधार केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि मालिक के घर पाेछा लगवाया जाता था। यूपी में शादी के लिए दबाव बनाया गया।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 25 Nov 2022 11:30 AM (IST) Updated:Fri, 25 Nov 2022 11:31 AM (IST)
Hazaribagh News: स्वाधार गृह पर गंभीर आरोप, मालिक के घर लगवाया जाता था पाेछा, यूपी में शादी के लिए बनाया दबाव
Hazaribagh News: हजारीबाग के स्वाधार गृह से फरार दो नाबालिग को पुलिस ने किया बरामद।

हजारीबाग, संस। झारखंड के हजारीबाग जिले से 21 नवंबर की रात सुरक्षाकर्मी को उसके कमरे में बंद कर फरार चार युवती सहित सात महिलाओं में से दो को पुलिस ने बरामद कर लिया है। लेकिन, बरामद नाबालिग ने स्वाधार केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों का बयान कोर्ट में 164 के तरह दर्ज कराया गया है। स्वाधार केंद्र में प्रताड़ित किए जाने के अलावा मालिक के घर पोछा व कपड़े धोने और यूपी में शादी करने का दबाव बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

बयान में युवती ने क्या-क्या कहा

बयान में बताया कि इन्हें स्वजनों से बातचीत नहीं करने दिया जाता था। बात-बात पर परेशान किया जाता था। यहां तक कि खाना-पीना भी समय पर नहीं दिया जाता था। झूठ बोला जाता था कि उसके माता-पिता बात नहीं करना चाहते इसलिए यूपी की ओर शादी कर लो। इसके लिए पैसे भी लिए जाते थे। बताया कि इसी कारण से वे सब फरार हो गई।

हालांकि गंभीर आरोप लगा रही नाबालिग केरेडारी की है और वह अपने पिता के मर्जी के खिलाफ दो बार घर से फरार हो चुकी है। उसकी बरामदगी के लिए केरेडारी में धरना हुआ था।

सात दिन बाद ही फरार हो गई युवती

जानकारी के अनुसार, वह 14 नवंबर को स्वाधार गृह आयी थी और सात दिन बाद फरार भी हो गई । मालूम हो कि बुधवार को एक युवती बरही से बरामद की गई थी। गुरुवार को दूसरी नाबालिग केरेडारी से लोहसिंघना थाना की पुलिस द्वारा बरामद की गई।

ढाई साल से पैसे नहीं मिले, भोजन के मिलते है 46 रुपए

आरोप के बाद संचालिका पूनम साहू ने बताया कि ढाई साल से एक रुपया भी सरकार ने नहीं दिया है। किसी तरह चंदा कर स्वाधारगृह चलाया जा रहा है। एक महिला को रखने के एवज में भोजन मद में 46 रुपए दिए जाते है, इतने कम रुपए में कैसे लड़कियों को मनपंसद भोजन करा रही हूं। बताया कि हमारे यहां नाबालिग लड़कियों को रखने का कोई प्रावधान नहीं है, बावजूद इसके बाल कल्याण समिति ने रखवा दिया। अब यहीं नाबालिग झूठे आरोप लगाकर संस्था को बदनाम और अपनी गलती छिपा रही हैं।

थाना प्रभारी का क्या है कहना

लोहसिंघना थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह का कहना है कि 164 का बयान दर्ज कराया है, संचालिका से भी पूछताछ की गई है। कोर्ट में क्या बयान दी है, इसकी जानकारी नहीं है, फरार होकर गलती की है। अब बचने के लिए बोल रही है। पुलिस जांच कर रही है।

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