दारु में मिले आवासीय विद्यालय से फरार दो बिरहोर बच्चे

विष्णुगढ़/दारू : विष्णुगढ़ के सीमावर्ती प्रखंड बगोदर के बूढाचांच स्थित आदिम जनजाति आवासीय विद्य

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 05:54 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 05:54 PM (IST)
दारु में मिले आवासीय विद्यालय से फरार दो बिरहोर बच्चे
दारु में मिले आवासीय विद्यालय से फरार दो बिरहोर बच्चे

विष्णुगढ़/दारू : विष्णुगढ़ के सीमावर्ती प्रखंड बगोदर के बूढाचांच स्थित आदिम जनजाति आवासीय विद्यालय से रविवार सुबह फरार बच्चे दारु में मिले। भूखे प्यासे और नंगे पांव बच्चों ने करीब 30 किलोमीटर की दूरी पांच घटे में तय की। रविवार संध्या इन्हें दारु में ग्रामीणों ने देखा और पुलिस को सूचना देकर बच्चों को जानकारी दी, उन्हें पानी और बिस्किट खिलाया। स्कूल से फरार बच्चों का नाम प्रकाश व शाहिद है। पूरी तरह से जानकारी प्राप्त करने और आश्वस्त होने के बाद दारु पुलिस ने विद्यालय प्रबंधन को बच्चे सौंप दिए है। बूढ़ाचांच बिरहोर टोला में नया सवेरा एनजीओ आदिम जनजातियों का विद्यालय संचालित करती है। बच्चे स्कूल के शिक्षकों से नाराज थे और नाराजगी में हीं स्कूल से फरार हो गए। ग्रामीणों ने बच्चों को दारु के पेटो में जाते देखा। संदिग्ध स्थिति में पूछताछ करने पर वे अपनी भाषा में जवाब दे रहे थे, जिसके कारण किसी को कुछ समझ में नहीं आया। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर बच्चों को सौंप दिया गया।

गुमला घाघरा के हैं बच्चे, डेढ़ साल से कर रहे थे पढ़ाई

प्रकाश और शाहिद गुमला जिले के घाघरा के हैं। इसके अलावा वहां करीब 40 विद्यार्थी और पढ़ाई करते हैं। प्रकाश पिछले डेढ़ साल से स्कूल में रहकर पढ़ाई कर रहा है। एक सप्ताह पूर्व शाहिद स्कूल आया है। शाहिद के कहने पर प्रकाश उसके साथ स्कूल से भागने में सहमत हुआ। रविवार को स्कूल में छुट्टी रहने से शिक्षक घर गए थे। स्कूल में मात्र दो एक ही शिक्षक उपलब्ध थे। इससे बच्चे नजर बचाकर स्कूल से भागने में सफल हुए।

नहीं है चारदीवारी, किसी तरह संचालित हो रहा विद्यालय

बुढाचाच बगोदर स्थित आवासीय विद्यालय में चाहरदीवारी नहीं है। निजी रूप से विद्यालय एनजीओ संचालित करती है। चार कमरों के इस विद्यालय में बच्चे आवासीय विद्यालय की व्यवस्था में रहते हैं।

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