राष्ट्र की चुनौतियों का भार युवाओं के कंधों पर: कुलसचिव

हजारीबाग : विश्वविद्यालय का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान का भंडार अर्जित करना नहीं, बल्कि युवाओं के व्य

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 07:41 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 07:41 PM (IST)
राष्ट्र की चुनौतियों का भार युवाओं के कंधों पर: कुलसचिव
राष्ट्र की चुनौतियों का भार युवाओं के कंधों पर: कुलसचिव

हजारीबाग : विश्वविद्यालय का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान का भंडार अर्जित करना नहीं, बल्कि युवाओं के व्यक्तित्व का निर्माण करना है। राष्ट्र की चुनौतियों का सामना सिर्फ युवा शक्ति ही कर सकती है। उक्त बातें विनोबाभावे विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बंशीधर रूखैयार ने सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कही। विवेकानंद सभागार में आयोजित स्वर्णजयंती समारोह के अवसर पर कुलसचिव ने कहा कि सरकार की योजनाओं में एनएसएस का महत्वपूर्ण स्थान है जो संस्कार, संस्कृति और नैतिकता का संदेश देकर समाज को आदर्श बनाता है। उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, पर्यावरणविद और लेखिका महुआ माजी की चर्चा करते हुए कहा कि सेवा, त्याग और समर्पण के बल पर उनलोगों ने समाज को नयी दिशा दी।

समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. अनवर मल्लिक ने कहा कि गुरूकुल की परंपरा का वाहक है राष्ट्रीय सेवा योजना। डॉ. मंटून कुमार ¨सह ने कहा कि मानवीय ¨चतन में व्याप्त प्रदूषण को दूर करना जरूरी है। उन्होंने समय की सार्थकर्ता एवं इसके उपयोग का संदेश दिया।

कार्यक्रम को डॉ. अशोक कुमार मंडल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की रूपरेखा एवं विषय प्रवेश विभावि एनएसएस के समन्वयक डॉ. विनोद रंजन ने प्रस्तुत करते हुए इसकी प्रासंगिकता की चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जॉनी रूफिना तिर्की ने की। इसके पूर्व विभावि के प्रवेश द्वार से संत विनोबा जी की प्रतिमा स्थल तक रैली निकाली गयी तथा प्रतिमा पर कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, कार्यक्रम पदाधिकारियों ने माल्यार्पण किया।

लगभग तीन घंटे तक चलने वाले कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई। यूसेट, यूएलसी, संत कोलंबा, मार्खम कॉलेज, अन्नदा कॉलेज, केबी महिला कॉलेज के स्वयं सेवकों ने गीत, संगीत, लघुनाटिका की प्रस्तुति की।

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