हिंदी में लिखी जाए विज्ञान एवं तकनीक की पुस्तकें : कुलपति

हजारीबाग: बैंक ऑफ इंडिया के जोनल ऑफिस में 15 अगस्त से 14 सितंबर तक राजभाषा हिन्दी माह मनाया गया। इस

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 07:16 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 07:16 PM (IST)
हिंदी में लिखी जाए विज्ञान एवं तकनीक की पुस्तकें : कुलपति
हिंदी में लिखी जाए विज्ञान एवं तकनीक की पुस्तकें : कुलपति

हजारीबाग: बैंक ऑफ इंडिया के जोनल ऑफिस में 15 अगस्त से 14 सितंबर तक राजभाषा हिन्दी माह मनाया गया। इस दौरान राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया एवं इसका समापन देर रात शुक्रवार को किया गया। इस अवसर पर राजभाषा माह के डोरण आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में बिरेंद्र कुमार वरिष्ठ प्रबंधक राजभाषा सह सदस्य सचिव नराकास द्वारा अतिथियों का स्वातगत किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि विभावि कुलपति डा. रमेश शरण ने कहा कि हिंदी में विज्ञान, चिकित्सक एवं अन्य तकनीकी पुस्तकों के लिखे जाने की आवश्यकता है। वहीं विभावि कुल सचिव प्रो. वंशीधर रूख्यार ने कहा कि हिन्दी एक शक्तिशाली भाषा है लेकिन राजनीतिक व अन्य कारणों से देश में विकसित नहीं हो पाई है। हिन्दी को और अधिक सरल बनाने की आवश्यकता है। वहीं संजय कुमार निदेशक डीवीसी ने कहा कि कार्यालायों में सहज, सरल और सुबोध शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए। आंचलिक प्रबंधक रमेश चन्द्र बेहेरा ने कहा कि हिन्दी को सीमाओं में नहीं बांधा जाए। इस तरह के कई अतिथियों ने अपने-अपने विचार दिया। राजभाषा माह में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता राजभाषा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, नराकास सदस्यों के लिए कविता वाचन प्रतियोगिता, गृहणियों के लिए शब्दावली प्रतियोगिता, बच्चों के लिए कविता वाचन प्रतियोगिता, वार्षिक ई-मेल प्रतियोगिता समेत कई प्रतियोगिता आयोजित किया गया था जिसके विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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