विष्णुगढ में गजराज ने तोड़़ा घर, मवेशियों की ली जान

संवाद सूत्र विष्णुगढ़ (हजारीबाग) प्रखंड के भेलवारा स्थित महुआटांड गांव हाथियों का झुंड

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:39 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:39 PM (IST)
विष्णुगढ में गजराज ने तोड़़ा घर, मवेशियों की ली जान
विष्णुगढ में गजराज ने तोड़़ा घर, मवेशियों की ली जान

संवाद सूत्र, विष्णुगढ़ (हजारीबाग) : प्रखंड के भेलवारा स्थित महुआटांड गांव हाथियों का झुंड शनिवार की रात एक बार फिर आ धमका। हाथियों ने सामने मिले घरों को तोड़कर वहां रखे अनाज चट कर गए। बताते हैं गांव के भुवनेश्वर गंझू के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। घर के बाहर बंधे इस ग्रामीण के एक मवेशी एवं एक बकरी को हाथियों ने जमीन में पटकर जान ले ली। इसके अलावा नरेश गंझू, रमेश गंझू, सोमर गंझू, मंगर गंझू, बंधन गंझू, जीतन गंझू, चैता गंझू, चुनू गंझू, मोहन गंझू के घरों को नुकसान पहुंचाया है। एकाएक गांव आए हाथियों की जानकारी पाकर ग्रामीणों ने बचाव में घर छोड़कर बाहर शरण लेने को विवश हो गए। हालांकि चंद ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए टार्च की रोशनी से हाथियों को गांव से भगाने की कोशिश की। घरों को क्षतिग्रस्त कर हाथियो का झुंड जंगल का रूखकर कर लिया। जाते-जाते हाथियों ने खेत में लगे फसल को बर्बाद कर दिया। जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे समाजसेवी डा. थानेश्वर महतो ने ग्रामीणों को हरसंभव मदद देने का भरोसा पुन: दिया। गांव आ रहे हाथियों की जानकारी पाकर प्रखंड झामुमो सचिव संजय प्रजापति एवं वरीय नेता राजू श्रीवास्तव ने प्रभावित ग्रामीण परिवार से मिलकर हरसंभव मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने ग्रामीणों को छह टार्च के अलावा छह पैकेट पटाखे देकर सतर्कता से हाथियों को गांव से भगाने की अपील की। जाहिर है इसके पूर्व शुक्रवार की रात गांव आकर हाथियो ने ग्रामीणों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। टाटीझरिया में समूह से बिछड़ा हाथी मचा रहे है उत्पात

टाटीझरिया, (हजारीबाग) : हजारीबाग जिले भर में जंगली हाथियों का दल दो छोर पर आतंक और उत्पात मचा रहा हैं। एक ओर 25 हाथियों का समूह पिछले दिनों पलमा, टाटी, मुरुमातु में नुकसान पहुंचा रहा है। तो दूसरी ओर एक हाथी ने बरकट्ठा की ओर से भेलवारा होते हुए शनिवार को टाटीझरिया प्रखंड के पानिमाको और पूतो में तबाही मचाया। वह पानिमाको स्कूल का दरवाजा तोड़ वहां रखे चावल को चट किया ,बाद में वहां बाबूलाल टुडू के घर को भी क्षति पहुंचाया और उसके घर का चावल ,मकई ,आलू व प्याज खाया। वहां से हाथी जंगल के रास्ते पूतो पहुंचा। वहां भी दरवाजा तोड़ दो घरों से से चावल निकालकर खाया और जंगल की ओर चला गया। हांथियों कि आतंक से ग्रामीण दहशतजदा हैं।

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