दलालों के चंगुल से आजाद हुई बिशुनपुर की दो नाबालिग

संवाद सूत्र बिशुनपुर (गुमला) बिशुनपुर थाना क्षेत्र के हेलता अंबाटोली गांव से चार वर्ष पूर्व दो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 08:44 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 08:44 PM (IST)
दलालों के चंगुल से आजाद हुई बिशुनपुर की दो नाबालिग
दलालों के चंगुल से आजाद हुई बिशुनपुर की दो नाबालिग

संवाद सूत्र, बिशुनपुर (गुमला): बिशुनपुर थाना क्षेत्र के हेलता अंबाटोली गांव से चार वर्ष पूर्व दो नाबालिगों को बहला-फुसलाकर दलालों ने दिल्ली में दाई के काम के लिए रखवा दिया। इस दौरान एक रुपये भी न स्वजनों को और न ही नाबालिगों को वहां दिया जाता था। स्वजन दलालों को उनकी बेटी वापस लाने के लिए कहते थे लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती थी। मजबूरी में नाबालिगों के स्वजन बिशुनपुर थाना प्रभारी के पास जाकर मदद की गुहार लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली में छापामारी कर बिशुनपुर पुलिस ने दोनों नाबालिग को दिल्ली से बरामद कर लिया और परिजनों को मंगलवार को सौंप दिया। इतना ही नहीं चार वर्ष में दोनों नाबालिग को एक रुपये भी वेतन के नाम पर नहीं दिया गया था इस कारण जिस मकान में वे दाई का काम कर रही थी वहां से एक लाख बीस हजार रुपये भी थाना प्रभारी ने नाबालिगों के स्वजनों को दिलवाया। जबकि दोनों दलाल अपने घर से फरार हैं।

थाना प्रभारी सदानंद सिंह ने बताया कि बसिया प्रखंड के विश्वासी मुंडा एवं आदर के सुभाष मुंडा ने हेलता गांव की दो नाबालिग को बहला फुसला कर अपने साथ दिल्ली ले गए थे। दिल्ली में उन्हें अच्छा काम अच्छा वेतन देने का झांसा दोनों नाबालिग को दिया गया। जिस कारण दोनों नाबालिग व उसके परिजन दलाल के बहकावे में आ गए और वह उसके साथ दिल्ली चली गई जहां दलालों द्वारा दिल्ली जाने के बाद दोनों को अलग-अलग घरों में दाई के काम करने के लिए लगा दिया गया। इस दौरान नाबालिगों को उनके परिवार वालों से बात करने नहीं दिया जाता था। इधर अपनी बेटी से बात नहीं होने कारण परिजन काफी परेशान थे और वे बार-बार दलाल को अपनी बेटी को वापस लाने की मांग कर रहे थे परंतु दलाल द्वारा टालमटोल किया जा रहा था।

नाबालिग ने बताया कि विश्वासी मुंडा एवं सुभाष मुंडा यहां से ले जाकर दोनों गोड्डा के मनु एवं सुनीता के सुपुर्द कर दिया था। जहां पर उनके द्वारा दोनों को अलग-अलग घरों में काम के लिए लगा दिया गया था।

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