मुलाकात नहीं करने पर विधायक पर भड़के ग्रामीण

संवाद सूत्रघाघरा (गुमला) घाघरा प्रखंड क्षेत्र के देवाकी बाबा धाम मंदिर के समीप जय सरना लू

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:51 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:51 PM (IST)
मुलाकात नहीं करने पर विधायक पर भड़के ग्रामीण
मुलाकात नहीं करने पर विधायक पर भड़के ग्रामीण

संवाद सूत्र,घाघरा (गुमला):

घाघरा प्रखंड क्षेत्र के देवाकी बाबा धाम मंदिर के समीप जय सरना लूरखुड़िया में बैठक करने आए बिशुनपुर विधायक चमरा लिडा का देवाकी पंचायत सहित कई पंचायतों के ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि आदिवासियों का शोषण तथा हक अधिकार दिलाने के नाम पर राजनीति करने का काम विधायक द्वारा किया जा रहा है। आदिवासियों के दुख दर्द से कोई लेना देना नहीं है विधायक का। कार्तिक उरांव जयंती मनाने के लिए ग्रामीणों की बैठक हुई जिसमें समिति के अध्यक्ष रूना उरांव व कोषाध्यक्ष बुधमन उरांव सचिव सुनील भगत ने कहा कि देवाकी लूरखुड़िया के समीप कार्तिक जयंती मेला की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान विशनपुर विधायक चमरा लिडा का आगमन बगल के लूरखुड़िया में हुआ। लेकिन उनके द्वारा बैठक में शामिल ग्रामीणों का हाल-चाल जानने का प्रयास नहीं किया। जिससे ग्रामीणों में विधायक के प्रति असंतोष देखा गया। विधायक के प्रति नाराजगी व्यक्त करने वालों में बुधमान उरांव, रूना उरांव, सानिया उरांव, सुनील भगत, मुन्ना उरांव, दिवाकर उरांव, शंकर उरांव, सहदेव उरांव, मंचमनिया उरांव, दिलमइन उरांव, महामुनि उरांव, अंगनि उरांव, तेम्बी उरांव, रतीश्वर उरांव, तीतरु उरांव, तुरीय उरांव, चारि उरांव पुष्पा उरांव आदि शामिल थे। विधानसभा चुनाव में चमरा लिडा का करेंगे बहिष्कार : ग्रामीण

ग्रामीणों ने कहा कि चमरा लिडा बाबा धाम स्थित स्कूल से अपना राजनीति रोटी पकाना चाहते हैं। यहां के स्थानीय दबे कुचले आदिवासियों के भावना से खिलवाड़ कर बच्चों के परिजन का इस्तेमाल करके चुनाव में लाभ लेने के लिए कार्य कर रहे हैं। यहां के बच्चों और लोगों का विकास के बारे में उनके पास ना तो कोई सोच है और ना कोई एजेंडा। ऐसी स्थिति में आने वाले विधानसभा के चुनाव में विधायक चमरा लिडा का देवाकी पंचायत के अलावे अगल-बगल के कई गांव के लोग बहिष्कार करेंगे और उन्हें सबक सिखाने का संकल्प लिया।

महिलाओं के विरोध के बाद बैठक छोड़ भागे विधायक

विधायक चमरा लिडा जब ग्रामीणों से मुलाकात करने नहीं पहुंचे तो नाराज ग्रामीण व महिलाएं अपने सभा स्थल से उठकर विधायक चमरा लिडा जहां पर मौजूद थे वहां पर पहुंच गए। महिलाओं ने विधायक को जमकर खरी-खोटी सुनायी। कहा कि ग्रामीणों से आप मुलाकात करने से हिचकते हैं तो यहां पर क्यों आए हैं,यहां से आप वापस जाइए। यह स्कूल हमारे स्थानीय संस्कृति को बचाने के लिए बनाया गया है जिसका संचालन हम गांव के लोग करेंगे।बाहरी लोगों का यहां कोई काम नहीं है। विरोध के बाद चमरा लिडा वहां से चलते बने। इस पूरे प्रकरण में विधायक चमरा लिडा का पक्ष जानने के लिए जब उनसे दूरभाष पर बात करने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा मोबाइल रिसीव नहीं किया गया जिसके चलते उनका पक्ष नहीं मिल पाया।

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