ईश्वर के काम में बाधा डालने वालों की मंशा कभी नहीं होगी पूरी : आर्च बिशप

रांची के आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने कहा है कि ईश्वरीय कार्य में बाधा डालने वालों की मंशा कदापि पूरी नहीं होगी। रविवार को संत पात्रिक मैदान में आरसी मिशन के गुमला धर्मप्रांत की स्थापना के रजत जयंती समारोह में हुए मिस्सा पूजा के मुख्य अधिष्ठाता आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने उपस्थित धर्म विश्वासियों के विशाल समूह को संबोधित करते हुए यह ²ढ़ विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने वर्तमान संदर्भ की चर्चा करते हुए कहा कि कलिशिया के विस्तार और उसकी मजबूती से कुछ लोग घबरा गए हैं

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Nov 2018 08:49 PM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 08:49 PM (IST)
ईश्वर के काम में बाधा डालने वालों की मंशा कभी नहीं होगी पूरी : आर्च बिशप
ईश्वर के काम में बाधा डालने वालों की मंशा कभी नहीं होगी पूरी : आर्च बिशप

गुमला : रांची के आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने कहा है कि ईश्वरीय कार्य में बाधा डालनेवालों की मंशा कदापि पूरी नहीं होगी। रविवार को संत पात्रिक मैदान में आरसी मिशन के गुमला धर्मप्रांत की स्थापना के रजत जयंती समारोह में हुए मिस्सा पूजा के मुख्य अधिष्ठाता आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने उपस्थित धर्म विश्वासियों के विशाल समूह को संबोधित करते हुए यह ²ढ़ विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने वर्तमान संदर्भ की चर्चा करते हुए कहा कि कलिशिया के विस्तार और उसकी मजबूती से कुछ लोग घबरा गए हैं और अंकुश लगाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने इस तरह की मंशा पाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कलिशिया के लोग मानवीय कार्यों को करने में लगे हुए हैं। ईश्वरीय वचनों का उपदेश करते हैं। उनके निर्देश पर पीड़ित मानवता की सेवा कर रहे हैं। हम स्वार्थ से किसी की सेवा नहीं करते हैं। हमारे सेवा का आधार नि:स्वार्थ है। हमारी सेवा ईश्वर को समर्पित है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रभू के कार्यों को रोकने में न पहले किसी को सफलता मिली है और न भविष्य में किसी को सफलता मिलेगी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि प्रभू के बताए कार्यों को रोका जा रहा है। प्रभू परमेश्वर के कार्यों में लगे चरवाहों को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। बदनाम किया जा रहा है। प्रताड़ित किया जा रहा है। मानवीय परोपकार के काम करने में हमेशा बाधा उत्पन्न की जाती रही है। उन बाधाओं को दूर कर हम अपने मिशन में लगे रहे हैं। पीड़ित मानवता की सेवा कर उन्हें राहत पहुंचाने और प्रभू के संदेश से अवगत कराने का काम करते रहे हैं। उन्होंने धर्म पुरोहितों और धर्म विश्वासियों से कहा कि हमें अपने कार्यों का स्वमूल्यांकन करना है। इस धर्म प्रांत में मानवीय जीवन के 25 सालों के कार्यों का मूल्यांकन करते हुए हम सबों को ईश्वर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करना है। कहा कि यदि इन वर्षों में जाने अनजाने गलत कार्य हो गए हों तो उसके लिए हम ईश्वर से क्षमा याचना करते हैं। आर्च बिशप ने वर्तमान सामाजिक परिवेश और उसमें व्याप्त कुरीतियों और सद्भाव के अभाव पर गहरी ¨चता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें उन कार्यों पर गंभीरता से विचार करने की जरुरत है। वर्तमान ¨चताजनक परिस्थितियों के समाधान का उपाय बताते हुए आर्च बिशप ने कहा कि जब तक हम भक्ति, प्रेम, दया सेवा से दूर होते रहेंगे और हमारा झुकाव बुराइयों की ओर बढ़ता रहेगा तब तक मानव समाज ¨चता और अभावेों से ग्रसित रहेगा। प्रभू ºीस्त के बताए मार्ग ही समाज में शांति और सदभाव व भाईचारा पैदा करने में सक्षम है। इसलिए हम सभी मानवीय सेवाओं में लगे लोगों से यह कहना चाहते हैं कि यदि हम समाज, राज्य और देश की खुशहाली चाहते हैं तो हमें ईश्वरीय कार्यों को आगे बढ़ाना होगा। उसमें बाधा डालने की तमाम कोशिशों को निष्फल करना होगा। उन्होंने धर्म विश्वासियों से ईश्वरीय कार्य कर इस क्षेत्र में मानव उत्थान के कार्य को सतत आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

25 वर्षों में हुए हैं अदभूत बदलाव : बिशप पाल लकड़ा

इस अवसर पर गुमला धर्म प्रांत के बिशप पाल लकड़ा ने दावा किया कि धर्म प्रांत के स्थापना के 25 वर्षों में अभूतपूर्व सामाजिक बदलाव आया है। लोगों में चेतना का संचार हुआ है। जागरुकता आई है। ईश्वरीय भक्ति और प्रेम का विकास हुआ है। कलिशिया मजबूत हुआ है। लेकिन चुनौतियां कम हीं हुई है। हमें भविष्य में मानव उत्थान के कार्य में आने वाली बाधाओं के खिलाफ काफी मजबूती के साथ काम करने की जरुरत है। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों और अंधविश्वास की व्यापक चर्चा करते हुए कहा कि आज भी हमारे आदिवासी समाज में अंधविश्वास कायम है। अंधविश्वास से हमें मुक्ति नहीं मिली है। यह हमारे पिछड़ापन का सबसे बड़ा कारण है। बिशप ने कहा कि जब तक हम अंधविश्वास से मुक्त नहीं होंगे गरीबी से भी मुक्त नहीं हो सकेंगे। गरीबी से मुकत होने के लिए हमें अच्छे प्रयास करने होंगे अच्छे भाव रखने होंगे और लोगों के साथ अच्छे व्यवहार करने की आदत डालने होंगे। बिशप ने कहा कि विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास देखने को मिल रहे हैं। नशापान से हमें मुक्ति नहीं मिली है। हमने अभियान भी चलाया है और अपने अभियान को अनवरत जारी रखने की जरुरत है। कलिशिया द्वारा इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

निरंतर बढ़ने के लिए ईश्वर को दे धन्यवाद : बिशप बरवा

सिमडेगा धर्म प्रांत के बिशप भिनसेंट बरवा ने कहा कि आज दिन गुमला धर्म प्रांत का ऐतिहासिक दिन है। ईश्वर को हमें धन्यवाद देना चाहिए। इस 25 वर्षाे में कई परिवर्तन हुए हैं। कई तरह के बदलाव आएं हैं। हमें निरंतर आगे बढ़ते रहने का प्रयास करना चाहिए। इसी में हम सभी का कल्याण है। उन्होंने कहा कि हमारा कलिशिया गरीबों दुख दर्द से पीड़ित मानवता की सेवा कर रहा है। यह सेवा हमें निरंतर करते रहना है। विनती प्रार्थना में वह ताकत होती है जो सामाजिक बदलाव में मददगार साबित होती रही है।

इस अवसर पर जशपुर बिशप इस्माइल केरकेट्टा, रायगढ़ बिशप पाल टोप्पो, खूंटी बिशप विनय कंडुलना, मदर जनरल ¨लडा मेरी, प्रो¨वशियल फा. जोसेफ मरियानुस कुजूर, विकर जनरल हजारीबाग फा. एंथोनी, डाल्टनगंज डायोसिस के केयर टेकर फा. जोर्ज तिग्गा, मुजफ्फरपुर डायोसिस के फा. केसी फिलीप, सि. बिमला, कैथोलक सभाग गुमला के सेत एक्का, गुमला डायोसिस महिला संघ के जयंती तिर्की, मरिया स्वर्ण लता लकड़ा, फ्लोरा ¨मज, जोन बिनय बाड़ा, पूर्व विधायक भूषण तिर्की, अजय तिर्की, विद्यालय प्रधान प्रतिनिधि सि. हिरमिला लकड़ा, सि. इमिलिया किस्पोटटा, पालिकार्फ एक्का, फा. विजय तिग्गा, फा जेफरेनियुस तिर्की, फा् पीटर र्तिी, फा. सिप्रियन कुल्लू, फा. मैथ्यू, सिस्टर निर्मला, फा. रामू भिनसेंट आदि उपस्थित थे।

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