ग्रामीण अर्थव्यवस्था में लीडर बनेंगी समूह की दीदियां

गोड्डा नारी शक्ति को ग्रामीण अर्थव्यवस्था में लीडर बनाने के लिए झारखंड सरकार की ओर से

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 07:08 PM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 07:08 PM (IST)
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में लीडर बनेंगी समूह की दीदियां
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में लीडर बनेंगी समूह की दीदियां

गोड्डा : नारी शक्ति को ग्रामीण अर्थव्यवस्था में लीडर बनाने के लिए झारखंड सरकार की ओर से निबंधित पलाश ब्रांड के विभिन्न उत्पादों की जिला मुख्यालय में लगाई गई व्यावसायिक प्रदर्शनी सफल होती दिख रही है। प्रदर्शनी बीते 29 नवंबर से चल रही है। प्रदर्शनी में सखी मंडल की दीदीयों द्वारा निर्मित सामग्री की बिक्री की जा रही है। लोग उत्साह से पलाश ब्रांड की सामग्री खरीद रहे हैं। जेएसएलपीएस के तहत शुरु इस अभियान में दीदियों द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार के सामान जैसे ओल का आचार का निर्माण पथरगामा के चिलकारा गोविद पंचायत में, मास्क का निर्माण फूलो झानो आजीविका सखी मंडल मोतिया में, पेपर प्लेट (थाली व कटोरी का) ठाकुरगंगटी के भगैया में, मूढ़ी का तेतरिया माल में, साबुन का निर्माण सदर प्रखंड के चपरी गांव व सुंदरपहाड़ी के कल्हाजोर में, ठाकुर गंगटी के भगैया में सिल्क साड़ी, जेटीडीएस सुंदरपहाड़ी में पंक्षी साड़ी आदि का निर्माण हो रहा है। विभाग की ओर से 50 ग्राम साबुन की कीमत 15 रुपये, 75 ग्राम साबुन की कीतम 20 रुपये, 100 ग्राम साबुन की कीमत 25 रुपये, देशी घी की कीमत 600 रुपये किलोग्राम, आचार(ओल) 200 ग्राम की कीमत 55 रुपये, मूढ़ी 50 रुपये प्रति किलोग्राम, प्लेट एवं कटोरी 12 व 20 रुपये पैकेट(25) पीस, मास्क 100 रुपये पैकेट(10 पीस), सिल्क साड़ी 1100 से 3500 रुपये, पंच साड़ी 300 रुपये, हल्दी पाउडर 200 रुपये, अरहर दाल 100 रुपये किलोग्राम, मशरुम 50 रुपये ग्राम, ओल के अचार की कीमत 90 रुपये प्रति 200 ग्राम रखा गया हे।

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- जिले में इस प्रोग्राम व्यापक पैमाने पर आगे बढ़ाना है। पहले दीदियों द्वारा निर्मित प्रोडक्ट का कोई नाम नहीं होता था। पलाश ब्रांड द्वारा दीदियों के निर्मित ब्रांड को पहचान मिली है। लोगों में दीदियों द्वारा निर्मित सामग्री की डिमांड है। इससे आम लोगों को स्वदेशी सामान मिलेगा व दीदियों की आय में बढ़ोत्तरी होगी। - सुशील दास, डीपीएम, जेएसएलपीएस।

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