वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल मौत को निमंत्रण

गोड्डा : मोबाइल फोन एक छोटा सा उपकरण हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। देश ही नहीं

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 07:22 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 07:22 PM (IST)
वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल मौत को निमंत्रण
वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल मौत को निमंत्रण

गोड्डा : मोबाइल फोन एक छोटा सा उपकरण हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। देश ही नहीं पूरे विश्व में इसका सर्वाधिक इस्तेमाल होता है। इसके होने के कई लाभ है। जैसे आपात स्थिति में चिकित्सक और पुलिस को बुलाने, घटना - दुर्घटना के समय किसी से संपर्क करने, घर से बाहर होने पर अपने परिजनों से संपर्क करने, किसी को अविलंब संदेश पहुंचाने आदि में काफी उपयोगी है। लेकिन इसके लाभ के साथ कई हानियां भी जुड़ी हुई है। विशेषकर वाहन चलाने के समय इसका इस्तेमाल मौत को निमंत्रण देने जैसा है। आंकड़े बताते हैं कि प्रतिदिन होने वाले सड़क हादसे में एक तिहाई घटनाएं मोबाइल फोन के इस्तेमाल से होता है। हेडफोन लगाकर सड़क पर चलना बना फैशन: पिछले कुछ वर्षों में हेडफोन लगाकर सड़कों पर घूमना, रेलवे ट्रैक पार करने, दोपहिया और चौपहिया वाहन और यहां तक कि साइकिल या रिक्शा चलाना फैशन बन गया है। इस फैशन ने कई को दुर्घटना के सम्मुख खड़ा कर दिया। अक्सर लोग दुर्घटना के शिकार होकर मारे जाते हैं या उनके शरीर का कोई अंग टूट जाता है। जिससे उन्हें कई माह कभी - कभी जीवन भर कष्ट सहना पड़ता है। ऐसी घटनाओं से केवल सावधानी बरतने से ही बचा जा सकता है। इसलिए वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से परहेज करें। अगर बहुत जरूरी हो तो वाहन को सड़क किनारे खड़ी कर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करें। 31 फीसद लोग होते सड़क हादसे के शिकार: एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल चालक का ध्यान वाहन चलाने से हटा देता है। साथ ही सड़क पर होने वाली किसी भी खतरनाक स्थिति का सामना करने की क्षमता को भी प्रभावित कर देता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार सड़क दुर्घटना से ज्यादातर मौत की घटनाएं होती है। वाहन चलाने के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले चालकों में से 31 फीसद चालक सड़क हादसों के शिकार हुए हैं। मोबाइल को वरदान बनाएं अभिशाप नहीं: विशेषकर युवाओं को लगता है कि वे हेडफोन लगाकर ज्यादा फैशनपरस्त बन रहे हैं या मल्टी टा¨स्कग के कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं, पर इससे होने वाली दुर्घटनाओं से स्पष्ट है कि वाहन चलाते समय मोबाइल से बात करना या फिर सड़क पर पैदल चलना बहुत बड़ी भूल है। मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल करना चाहिए। इसे अभिशाप के बजाय वरदान बना रहने दिया जाना चाहिए। जिला परिवहन विभाग भी यातायात नियमों व इससे जुड़ी बातों को ले लगातार जागरूकता अभियान चलाता है। वर्जन

जिस तरह बिना हेलमेट व सीट बेल्ट बांधे वाहन चलाना गलत है। उसी तरह वाहन चलाने के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना भी गलत है। विभाग द्वारा समय - समय पर अभियान चलाकर वाहन चालकों को जागरूक किया जाता है। ऐसा करने वालों से जुर्माना भी लिया जाता है। ताकि वह आगे ऐसा नहीं करें। यह उनके जीवन से जुड़ा मामला है।

- मनोज कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, गोड्डा

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