रैयतों के पुनर्वास के लिए प्लाट आवंटित करे प्रबंधन

ईसीएल प्रबंधन के दांव पेंच में फंसा है बसडीहा गांव का विस्थापन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Aug 2019 08:02 PM (IST) Updated:Fri, 23 Aug 2019 06:38 AM (IST)
रैयतों के पुनर्वास के लिए प्लाट आवंटित करे प्रबंधन
रैयतों के पुनर्वास के लिए प्लाट आवंटित करे प्रबंधन

ललमटिया : प्रबंधन के लचर रवैये के खिलाफ शुक्रवार को बसडीहा के ग्रामीणों ने जमकर विरोध जताया । ग्रामीणों ने प्रबंधन के आला अधिकारियों से कहा कि जब तक बसडीहा के पुनर्वास के लिए ग्रामीणों को प्लॉट नहीं आवंटित किया जाता, तबतक खनन कार्य आगे बढ़ने नहीं दिया जाएगा और ना ही मुख्य सड़क को काटने दिया जाएगा। इसकी सूचना ललमटिया थाना प्रभारी जावेद अहमद को मिली तो थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से वार्ता की। ग्रामीणों की समस्या सुनने के पश्चात उन्होंने सभी समुदाय के लोगों को ललमटिया थाना आने को कहा। उन्होंने प्रबंधन को भी अपना पक्ष रखने को थाना बुलाया। ग्रामीणों की समस्या को रखने के लिए ग्रामीण की ओर से इरफान अंसारी और संदीप पंडित को प्रतिनिधि के रूप में चुना गया एवं परियोजना पक्ष से खनन प्रबंधक सुभाष चौधरी एवं उप प्रबंधक एस धीवर आदि की उपस्थिति में वार्ता हुई। ग्रामीणों की मूल समस्या विस्थापन एवं पुनर्वास के लिए जमीन का प्लॉट आवंटित करने की मांग रखी गई । इस पर प्रबंधक सुभाष चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए घरों का सर्वे एवं घर की मापी करवाना जरूरी है । अभी बसडीहा में 66 फीसद परिवारों की जनगणना हो चुकी है। शेष 34 फीसद परिवारों की जनगणना बाकी है । जनगणना और मापी के बाद ही पुनर्वास के लिए प्लाट आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। इस पर ग्रामीण प्रतिनिधि इरफान अंसारी एवं संदीप पंडित ने कहा कि जब बसडीहा के रैयत प्रबंधन को खनन कार्य के लिए जमीन दे रहे थे , उस उस समय प्रबंधन पक्ष के आला अधिकारियों ने कहा था कि ग्रामीण एक कदम चलेगा तो प्रबंधन पक्ष ग्रामीणों के हित के लिए दो कदम चलेगा ।ग्रामीणों ने देशहित में विकास के लिए अपनी जमीन परियोजना को दे दी लेकिन प्रबंधन की ओर से अब तक पुनर्वास की दिशा में कोई सकारात्मक कार्य नहीं किया गया है। मौके पर थाना प्रभारी जावेद अहमद ने ग्रामीणों की मांग को जायज बताते हुए प्रबंधन के आला अधिकारियों से कहा कि जिन परिवारों का सर्वे हो चुका है, उनकी कॉपी ग्रामीण प्रतिनिधि को प्रदान करें एवं 3 से 4 दिनों के अंदर पुनर्वास स्थल पर प्लॉटिग कार्य शुरू कराकर ग्रामीणों को प्लॉट आवंटित करें। ग्रामीणों ने जनगणना एवं मकान की मापी के लिए तैयार हैं। सर्वे कार्य के लिए अंचल अमीन नियुक्त करने की मांग की गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्तमान में रिटायर्ड अमीन से सर्वे और मापी का काम कराया जाता है जो कि गलत है। ग्रामीणों में पुनर्वास स्थल पर आरआर पॉलिसी के तहत सारी सुविधाएं मुहैया करवाने की मांग की । मौके पर बसडीहा गांव के कुर्बान अंसारी, अनवर अंसारी, संदीप पंडित, निरंजन पंडित, सुदाम पंडित, अजय पंडित, हाफिज अंसारी, लालू अंसारी, यासीन अंसारी, जाकिर अंसारी, जमील अंसारी, समाउन अंसारी, मुजफ्फर अंसारी के अलावा दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।

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