सक्षम प्रशिक्षण केंद्र की महिलाओं को मिला प्रमाणपत्र

गोड्डा : पोड़ैयाहाट प्रखंड की बक्सरा पंचायत के रंगनिया में अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 04:39 PM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 04:39 PM (IST)
सक्षम प्रशिक्षण केंद्र की महिलाओं को मिला प्रमाणपत्र
सक्षम प्रशिक्षण केंद्र की महिलाओं को मिला प्रमाणपत्र

गोड्डा : पोड़ैयाहाट प्रखंड की बक्सरा पंचायत के रंगनिया में अडाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर के तहत संचालित सिलाई प्रशिक्षण केंद्र व कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र की महिलाओं व युवाओं को शुक्रवार देर शाम सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इस दौरान महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए। सिलाई का प्रशिक्षण पूर्ण करने वाली रंगनिया की रीता कुमारी ने कहा कि अडाणी फाउंडेशन के आने से ही हमें आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है औऱ महिलाएं अब प्रशिक्षित होकर अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। राखी देवी व शबनम कुमारी ने भी अपने अनुभव साझा किए और कहा कि हम शुरू से सिलाई सीखना चाहते थे लेकिन इस इलाके में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी। अडाणी फाउंडेशन ने न केवल सिलाई केंद्र बल्कि कंप्यूटर सेंटर भी खोला जहां हमें नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में बक्सरा, बलियाकित्ता व रंगनिया गांवों की 34 महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण पूर्ण करने के लिए व 29 युवाओं व महिलाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सर्टिफिकेट दिया गया। बलियाकित्ता के मुकेश कुमार ने कहा कि कंप्यूटर सीखने की इच्छा शुरू से थी, लेकिन गोड्डा जाकर कंप्यूटर सीखना आर्थिक रूप से संभव नहीं था। अडाणी फाउंडेशन ने हमारे गांव में ही व्यवस्था कर दी। अडाणी फाउंडेशन की ओर से बताया गया कि इस सर्टिफिकेट को एनएसडीसी से मान्यता मिली हुई है। बताया गया कि अगर ग्रामीण चाहें तो मोतिया, डुमरिया और बसंतपुर की तर्ज पर यहां भी सक्षम उद्यमिता केंद्र की शुरूआत की जा सकती है। मोतिया, डुमरिया और बसंतपुर में ऐसी प्रशिक्षित महिलाओं की सुविधा के लिए सक्षम उद्यमिता केंद्र भी खोले गए हैं, जहां अडाणी फाउंडेशन की तरफ से मशीनें मुहैया कराई गई है। महिलाएं ऑर्डर लेकर आती हैं और इन्हीं मशीनों के जरिए सिलाई करके अपने पैरों पर खड़ी हैं। दरअसल, अडाणी फाउंडेशन गोड्डा तथा पोड़ैयाहाट प्रखंड में कुल 11 गांवों में अपने सिलाई केंद्र संचालित कर रहा है, जबकि तीन गांवों में कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र भी चलाए जा रहे हैं। दो साल पहले हुई इस शुरूआत का ही नतीजा है कि अब तक लगभग 200 से ज्यादा महिलाएं व युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं और उन्हें सर्टिफिकेट दिया जा चुका है। इस कार्यक्रम के दौरान कपिलदेव ¨सह, सुरेंद्र ¨सह, सनोज कुमार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

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