हनवारा से होकर बिहार टपाया जाता ईसीएल का कोयला

हनवारा हनवारा थाना क्षेत्र में इन दिनों अवैध कोयला कारोबार चरम पर है। मोटरसाइकिल व घो

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:06 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:06 PM (IST)
हनवारा से होकर बिहार टपाया जाता ईसीएल का कोयला
हनवारा से होकर बिहार टपाया जाता ईसीएल का कोयला

हनवारा : हनवारा थाना क्षेत्र में इन दिनों अवैध कोयला कारोबार चरम पर है। मोटरसाइकिल व घोड़ा गाड़ी से ईसीएल की राजमहल परियोजना से कोयला लादकर हनवारा थाना क्षेत्र के रास्ते उसे बिहार टपाया जाता है। स्थानीय पुलिस इन धंधेबाजों पर नकेल नहीं कस पाती है। इससे यहां के कोयला माफिया खूब चांदी काट रहे हैं।

जानकारी के अनुसार राजमहल परियोजना ललमटिया से कोयला की चोरी कर घोड़ा गाड़ी और मोटरसाइकिल से हनवारा थाना की रास्ते समीपवर्ती राज्य बिहार भेजा जाता है। दिनदहाड़े समीपवर्ती राज्य बिहार भेजने में स्थानीय पुलिस की अहम भूमिका रहती है। कुछ धंधेबाज ऐसे भी हैं जो कोयला के कारोबार से ही दो वक्त की रोटी की जुगाड़ करते हैं। वहीं कुछ पेशेवर धंधेबाज भी हैं। मोटरसाइकिल एवं घोड़ा गाड़ी से यहां प्रतिदिन सैकड़ों टन कोयले की तस्करी होती है। पुलिस की आंखों के सामने से यह गोरखधंधा पूरे दिन रात चलता है।

सूत्रों की माने तो बिहार के कुछ कोयला तस्करों का नेटवर्क इस क्षेत्र में काम करता है। पुलिस को नजराना भेंट कर धंधेबाज यहां कोयला का परिवहन करते हैं। स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि रात भर जुगाड़ घोड़ा गाड़ी पर कोयला लाद बिहार टपाया जाता है। वहीं काफी संख्या में लोग मोटरसाइकिल से भी कोयला ढोते हैं। राजमहल परियोजना ललमटिया से कोयला की चोरी को रोकने में पुलिस और ईसीएल प्रबंधन दोनों ही नाकाम है। सीआइएसएफ और ईसीएल सुरक्षा तंत्र भी यहां पूरी तरह फेल है।

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कोयला का अवैध कारोबार रोकने के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स की ओर से नियमित छापेमारी की जाती है। बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में संबंधित थाना की ओर से चेकनाका लगाकर जांच की जाती है। विधि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए छापेमारी अभियान चलाया जाता है।

- केके सिंह, एसडीपीओ, महागामा।

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