गुड मॉर्निंग का अर्थ नहीं बता सके यहां के बच्चे, ऐसे पकड़ी अनियमितता

डीडीसी ने बच्चों से गुड मॉर्निंग के बारे में पूछा तो कोई कुछ इसका अर्थ नहीं बता सका।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Thu, 04 Jan 2018 04:40 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jan 2018 04:50 PM (IST)
गुड मॉर्निंग का अर्थ नहीं बता सके यहां के बच्चे, ऐसे पकड़ी अनियमितता
गुड मॉर्निंग का अर्थ नहीं बता सके यहां के बच्चे, ऐसे पकड़ी अनियमितता

गोड्डा, जेएनएन। डीडीसी वरुण रंजन ने बुधवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय चौरा के निरीक्षण के दौरान कई अनियमितता पकड़ी। सबसे बड़ी बात यह कि डीडीसी ने स्कूल पहुंचते ही जब बच्चों को गुड मार्निंग कहा तो बच्चे चुप रह गए। बच्चों से गुड मॉर्निंग के बारे में पूछा तो कोई कुछ इसका अर्थ नहीं बता सका। कक्षा में गए तो शिक्षक वहां नहीं थे।

वह किसी और वर्ग में जाकर बैठे हुए थे। उनकी निगाह विद्यालय में बन रहे मध्याह्न् भोजन पर पड़ी तो वे बिफर पड़े। वहां यत्र-तत्र केले के छिलके पड़े थे। इस संबंध में उन्होंने पूछताछ की तो बताया गया कि बच्चों ने केले खाकर वहां छिलका रख दिया है। उन्होंने छात्रों की उपस्थिति के बारे में पूछा तो बताया गया कि 72 बच्चे आए थे। लेकिन वहां बच्चों की संख्या काफी कम थी।

यह देखकर उन्होंने केले का छिलका गिनने का निर्देश दिया। कुल 26 छिलके वहां मिले। उन्होंने कहा कि जब 72 बच्चे आए थे तो 26 केले ही क्यों? विद्यालय में संयोजिका के बारे में जब जानकारी ली बताया गया कि वह विद्यालय नहीं आती है। साथ ही अध्यक्ष भी विद्यालय नहीं आते हैं। 

प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण:

इससे पूर्व उप विकास आयुक्त वरुण रंजन ने प्रखंड कार्यालय एवं अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रखंड कार्यालय के कंप्यूटर रूम में बैठे कंप्यूटर ऑपरेटर से शौचालय संबंधी कार्यों के बारे में जानकारी ली और किस पंचायत में कितने शौचालय बने हैं कितने शौचालय की डिमांड मांगा गया है उसकी भी जानकारी विस्तारपूर्वक ली।

वहीं, अंचल कार्यालय में बैठे कर्मियों से भी उनके द्वारा किए गए कार्यों के बारे में भी जानकारी ली और दिशा में आवश्यक निर्देश भी दिए। प्रखंड एवं अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण करने के बाद वह घाट कुराबा पंचायत भवन पहुंचे जहां मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया जा रहा था। कहा कि मच्छरदानी वितरण करने में किसी प्रकार का गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए और उसके बारे में भी दिशा निर्देश दिया।

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