नौ साल में भी नहीं बनी पानी टंकी

महागामा प्रखंड मुख्यालय में नौ वर्ष पूर्व से निर्माणाधीन पानी की टंकी अबतक चालू नहीं हो सकी है। इस क

By Edited By: Publish:Sat, 04 Jul 2015 01:56 AM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2015 01:56 AM (IST)
नौ साल में भी नहीं बनी पानी टंकी

महागामा प्रखंड मुख्यालय में नौ वर्ष पूर्व से निर्माणाधीन पानी की टंकी अबतक चालू नहीं हो सकी है। इस कारण प्रखंड की करीब 20 हजार जनसंख्या को पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है। पानी टंकी के नहीं चालू होने को लेकर विभाग एवं संवेदक की लड़ाई मानी जा रही है। इस कारण चार करोड़ 58 लाख 70 हजार की राशि की बनी टंकी का कार्य अबतक भी पूरा नहीं हुआ है और यह उद्देश्यपूर्ति में विफल साबित हो रहा है।

ज्ञात हो कि झारखंड सरकार के तत्कालीन मंत्री जलेश्वर महतो ने 2006 में चार करोड़ 58 लाख 70 हजार की लागत से ग्रामीण जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया था। इस योजना को चार वर्ष में पूरा होनी की बात कही गयी थी। योजना के सफल क्रियान्वयन के लए कमेटी भी गठित की गई। इस दौरान कई सरकारें आई व चली गई लेकिन विभाग व संवेदक की लड़ाई का समाधान नहीं हुआ। संवेदक संजीव कुमार ने कार्य को अधूरा छोड़ कर बीच में ही कार्य पूरा होने की बात कह कर तत्कालीन विधायक राजेश रंजन से उद्घाटन भी करवा लिया, बावजूद जलापूर्ति नहीं हो सकी। विभाग की ओर से बताया गया कि कार्य अभी बाकी है इसके लिए फिर से निविदा निकाली गई। वर्तमान संवेदक अजय प्रधान से हाल के दिनों में सहायक अभियंता लालबाबू सिंह के बीच कार्य को लेकर तू-तू मै-मै हुई और मामला थाना तक चला गया। इस कारण कार्य बाधित होकर योजना का मजाक बनकर रह गया है। मामले को लेकर आजसू की महिला जिला संगठन प्रभारी रंजना झा ने संवेदक व सहायक अभियन्ता के बीच सुलह कराने का प्रयास किया, लेकिन दोनो मानने को तैयार नही हैं। रंजना झा ने उपायुक्त से लड़ाई को सुलझाते हुए लोगों की परेशानी के मद्देनजर योजना को जल्द से जल्द चालू कराने की मांग की है। रंजना झा ने बताया कि आठ जुलाई को पेयजल स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी का ऊर्जानगर एक्सपर्ट होस्टल में आने का कार्यक्रम तय हुआ है। जहां कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोरों पर है।

chat bot
आपका साथी