मुआवजा के लिए जिले में सड़क जाम

जागरण टीम, गोड्डा : चक्रवात तूफान और ओलावृष्टि से हुए भारी नुकसान के एवज में मुआवजा देने की मांग पर

By Edited By: Publish:Wed, 01 Apr 2015 01:13 AM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2015 01:13 AM (IST)
मुआवजा के लिए जिले में सड़क जाम

जागरण टीम, गोड्डा : चक्रवात तूफान और ओलावृष्टि से हुए भारी नुकसान के एवज में मुआवजा देने की मांग पर मंगलवार को जिले में व्यापक रूप से सड़क जाम किया गया। यह जाम गोड्डा-पीरपैंती रोड़ में हरना पुल के पास, गोड्डा-बसंतराय मुख्य मार्ग में ककना और नीलकंठपुर में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर आक्रोश प्रकट किया। बाद में उपविकास आयुक्त पवन कुमार और एसडीओ गोरांग महतो जाम स्थल पहुंचे और लोगों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम समाप्त हुआ।

संस, गोड्डा : तकरीबन चार घटे की इस जाम में शिक्षक समेत विभिन्न विभागों के कर्मी इसमें फंसे रहे। सदर प्रखंड के बारा, धाड़ाचक व गोरसंडा समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के दर्जनों महिला-पुरुष सड़क जाम कर दिया। हरणा पूल के पश्चिमी छोर पर बारा गांव के लोगों ने जाम में हिस्सा लिया। इसी पुल के पूर्वी भाग में धाड़ाचक व हरणा चौंक के बजरंग बली मंदिर के समीप अन्य ग्रामीणों ने एवं गोरसंड़ा गांव में भी सड़क को जाम कर दिया। इस तबाही में पीड़ित हुए लोगों ने प्रशासन से नुकसान की फसल की भरपाई करने व उजडे़ हुए घर व मरे हुए पशु की क्षतिपूर्ति देने की मांग की। बारा गांव के बालदेव महतो, मंटू महतो, सुनील ,महेश, श्रवण अदि का कहना था कि गेहू, मक्का सहित अन्य सब्जी के फसल बर्बाद हो गए। प्रशासन जब तक मुआवजा नहीं देगी तब तक जाम जारी रहेगा। बताया कि इस गांव में तकरीबन 13 पशुओं की मौत हो गई। यहां आधा से एक एक किलो तक का ओला गिरा है। वही धाड़ाचक गांव के ग्रामीण बालगोविन्द रविदास, सुभाष राउत, प्रकाश राउत, राजेश मंडल, पवन, श्याम, छक्कन राउत, नंद किशोर, आदि ने बताया कि मुआवजा न मिलने पर आंदोलन तेज किया जाएगा।

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गोड्डा-बसंतराय सड़क चार घंटा जाम

संसू गोड्डा : भीषण आंधी व ओलावृष्टि से तबाह हुए नेपुरा पंचायत के ककना, नेपुरा, बैसाढ़ी, नीलकंठपुर व दियारा के लोगों ने गोड्डा बसंतराय मुख्य मार्ग व बाईपास सड़क नीलकंठपुर को जाम कर दिया। इस दौरान जाम स्थल पर ओला का टुकड़ा जमा किए थे। पंचायत में रबी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया है। करीब ढाई सौ घर व 300 आम के फलदार व अन्य वृक्ष नष्ट हो गए हैं। नीलकंठपुर गांव में जयकांत मंडल,पवन मंडल सिकन्दर मंडल खुले आसमान में रह रहे है।

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पीड़ितों में राहत देने की मांग

गोड्डा : जाम का नेतृत्व कर रहे कम्युनिष्ट नेता अरूण सहाय,संजीव सिंह ने कहा की नेपुरा पंचायत बुरी तरह तबाह हुआ है। करीब 15सौ बीघा जमीन में लगी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी व अधिकांश घर तबाह है। कुछ भी नहीं बचा। कहा की जब तक प्रशासन द्वार राहत की घोषणा को अमल नहीं किया जाता आंदोलन जारी रहेगा। बिना किसी एपीएल बीपीएल के पचरे एक मानक बनाकर सभी राहत पैकेज क्षति के अनुसार दिया जाय साथ जिसका घर गिरा, पशुधन की मौत हुई व फलदार वृक्ष बर्बाद हुए उन्हें निष्पक्षता से घर, राशि व मुआवजा दिया जाय। इसमें किसी तरह का भेदभाव हुआ व पीड़ित को लाभ नहीं मिला वे सड़क पर उतरेंगे। प्रशासन अबतक सिर्फ कागज पर कार्रवाई कर रही है। मौके पर पहुंचे डीडीसी ने ग्रामीणों का आश्वासन किया जिनका घर गिरा व पशुधन की मौत हुई है उसे तुरंत मुआवजा दिया जायेगा। साथ ही प्रति चार बीघा पर 45सौ रुपया मुआवजा दिया जाएगा। अरूण सहाय ने बताया की डीडीसी ने आश्वासन दिया जिनका घर पूरी तरह गिरा है उन्हें 17 हजार 5 सौ व जिनके पशुधन की मौत हुई है उन्हें भी इतनी दी जाएगी। इसके बाद लोगों ने जाम वापस ले लिया

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तीन सौ अधिक फलदार वृक्ष गिरे

गोड्डा : अकेले नेपुरा पंचायत के दियारा नीलकंठपुर, ककना व नेपुरा में तीन सौ अधिक आम के पेड़ जिनपर आम का पौधा लगा बर्बाद हो गया। आलम यह है की ओला के कारण पूरे वृक्ष में सिर्फ तना व टहनी ही रह गयी। और कुछ नहीं बचा।

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तबाही से बुजुर्ग हतप्रद

गांव के बुजुर्गो ने बताया की उन्होंने पिछले 70 वर्ष में इतने और इतने बढ़े ओले व बर्बादी नहीं देखी थी। यह जानलेवा आपदा थी। गनीमत रही है जानमाल को इतना नुकसान नहीं हुआ। वही करीब 50 पशुधन के मरने की सूचना है। अधिकांश चद्दर व खपड़ा के घर नष्ट है। दियारा के निरंजन सिंह व नीलकंठपुर के प्रकाश मंडल ने कहा की गांव तबाह है अब प्रशासन के राहत का इंतजार है।

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कृषि विभाग की सर्वे में भीषण तबाही

गोड्डा : आंधी व ओला के बाद कृषि विभाग की टीम जिला कृषि पदाधिकारी सुरेश टिर्की, कृषि वैज्ञानिक राकेश सिंह ने नेतृत्व में क्षति के आकलन के लिए सर्वे कर रही है। इस बाबत कृषि पदाधिकारी टिर्की ने कहा की उन्होंने अबतक बारा, ककना, नेपुरा, दियारा, लालपुर, बैसाढ़ी आदि गांव का निरीक्षण किया। जहां पूरी तरह से फसल बर्बाद हो गया है। यह बर्बादी 90 से 100 तक है। फसल में कुछ नहीं बचा है। सभी प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर सरकार को रिपोर्ट करेंगे।

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बिसाहा पंचायत में व्यापक नुकसान

गोड्डा : पथरगामा के बिसाहा पंचायत में आंधी व ओलावृष्टि से व्यापक नुकसान हुआ है। वार्ड सदस्य अभय झा,पंचायत कर्मी आशुतोष व मनोज ने से क्षति का आकलन किया। वार्ड सदस्य ने बताया की पूरे पंचायत में रबी फसल में गेहूं, चना, सरसों पूरी तरह तबाह हो गया। कुछ नहीं बचा है। करीब पचास घर टूट चुके है। खुले आसमान में लोग रह रहे है।

मेहरमा : सोमवार को प्रखंड क्षेत्र में बेमौसम बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। इस संबंध में मैनाचक के किसान मो गयास ने बताया कि बारिश और हवा से खेत में लगा गेहूं का फसल झुक कर बर्बाद हो गया। सिंघाडी के गुरूदेव कुशवाहा व खुर्शीद आलम ने बताया कि खेत में लगा गेहूं का फसल तो बर्बाद हुआ हीं खलिहान में रखा गेहूं, खेशाडी, चिकना, मशुर समेत अन्य फसल भी बर्बाद हो गया। जो बचा भी है तो उसमें नमी पकड़ लेने के कारण वह बेकार शाबित हो रहा है। सुरनी के अवधेश साह, चंपा के बिजय साह, मेहरमा के पिंकु मंडल, नौवाडिह के दिलीप भगत, मैनाचक के तुलसी बागची आदि ने भी बेमौसम बारिश से किसानों के साथ -साथ आम के व्यवसायी को भारी क्षति की बात कही है। भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष बलराम कुशवाहा ने किसानों के फसल की हुई क्षति का सर्वे कराकर उन्हें मुआवजा देने की मांग जिला प्रशासन से की है।

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दो दिन में मिलेगा मुआवजा : डीडीसी

गोड्डा : उपविकास आयुक्त पवन कुमार ने जाम में लोगों को आश्वास्त किया की दो दिन में मुआवजा मिल जाएगा। जहां रिपोर्ट में विलंब होगा उसे पूरा कर मुआवजा दिया जाएगा। बताया की क्षतिग्रस्त घर पर 17,400 से लेकर 34 हजार, पशुधन में गाय भैंस के लिए 16,400, बैल के लिए 15 हजार, बकरी 1650, मुर्गा के लिए 37, जानवर के लिए 10,500 व फसल के लिए 4500 रुपये प्रति हेक्टेयर निर्धारित है।

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विधायक प्रदीप ने मुख्य सचिव से की वार्ता

जागरण संवाददाता, गोड्डा : पोडै़याहाट के विधायक सह झाविमो नेता प्रदीप यादव ने इस मामले को लेकर राज्य के मुख्य सचिव से बात की और गोड्डा जिले के लोगों के लिए तुरंत राहत उपलब्ध कराने की मांग की। रांची से दूरभाष पर उन्होंने बतया कि मुख्य सचिव ने उनकी मांग पर तत्काल राहत दल के साथ नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए टीम भेजने की बात कही है। मुआवजा देने के लिए भी मुख्य सचिव ने हामी भरी। मुख्य सचिव ने मामले को लेकर उपायुक्त गोड्डा को भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी आकर स्थिति का जाएजा लेंगे।

जिला कांग्रेस कमेटी की जिलाध्यक्ष दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि ओल वृष्टि से जिले के किसानों को दोहरी मार पड़ी है। पहले तो सरकार ने धान क्रय नहीं किया। इस कारण किसानों को अपना धान औने-पौने दामों में बेचना पड़ा और अब कुदरती कहर ने किसानों से गेहूं एवं दलहन छीन लिया है। जिले के किसानों को राहत दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल सरकार से भेंट कर अपनी बात रखेगा और उचित मुआवजा दिलाने का कार्य करेगा।

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