घर तक बेच दिए फिर भी नहीं बचा पाए इकलौते बेटे की जान

संस गांडेय (गिरिडीह) रामगढ़ में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल गांडेय प्रखंड के

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 11:09 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 11:09 PM (IST)
घर तक बेच दिए फिर भी नहीं बचा पाए इकलौते बेटे की जान
घर तक बेच दिए फिर भी नहीं बचा पाए इकलौते बेटे की जान

संस, गांडेय (गिरिडीह) : रामगढ़ में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल गांडेय प्रखंड के देवनडीह निवासी मोहन चौधरी के इकलौते पुत्र 20 वर्षीय अनिल चौधरी की शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान रांची रिम्स में मौत हो गई। वह बीते बारह दिनों से अस्पताल में इलाजरत था। शव के देवनडीह स्थित आवास पहुंचते ही स्वजन दहाड़ें मारकर रोने लगे।

मोहन चौधरी ने बताया कि उनका पुत्र चार वर्ष से रामगढ़ के एक ढाबा में कुक का काम करता था। इस दौरान एक दिन वह सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया था। वह लगातार बेहोशी की हालत में था। ढाबा संचालक ने रांची ले जाकर उसका इलाज भी कराया। हालत में कोई सुधार नहीं होने पर उसे वापस गिरिडीह भेज दिया था। अनिल के स्वजन अत्यंत ही गरीब थे। उनकी माली हालत खराब थी। बेटे के इलाज के लिए उन्होंने देवनडीह में बने अपने घर को बेच दिया। उसे दो दिनों तक गिरिडीह के विश्वनाथ नर्सिंग होम के आइसीयू में इलाज कराया। हालत में सुधार नहीं होने पर उसे रिम्स ले गए थे।

chat bot
आपका साथी