संसार विनाशी, अहंकार से बचें

देवरी (गिरिडीह) : धर्म कोई हो, जात कोई हो, लेकिन ईश्वर एक है। यह बात महाशिवरात्रि पर भारत साधु समाज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Feb 2017 08:04 PM (IST) Updated:Sat, 25 Feb 2017 08:04 PM (IST)
संसार विनाशी, अहंकार से बचें
संसार विनाशी, अहंकार से बचें

देवरी (गिरिडीह) : धर्म कोई हो, जात कोई हो, लेकिन ईश्वर एक है। यह बात महाशिवरात्रि पर भारत साधु समाज के राष्ट्रीय धर्माचार्य हरिनारायण जी महाराज ने शनिवार को देवरी के देवपहाड़ी धाम में पत्रकारों से कही। कहा कि वेद व वाणी किसी की बनाई हुई नहीं है। वह अपने आप आयी है और इसे सभी को समझने की जरुरत है। अहंकार से लोगों को बचने की जरुरत है। यह संसार विनाशी है लेकिन ईश्वर अविनाशी हैं। जिसका जन्म होता है उसका नाश भी होता है, पर आत्मा कभी नहीं मरती। राम भी राजा थे व लोगों पर राज करते थे लेकिन ¨चता केवल जनता की ही करते थे। लेकिन, नेता सिर्फ अपनी ही ¨चता करते हैं। अंधकार में लोग डूबते जा रहे हैं। यह परंपरा साधु समाज में नहीं चलती। आज शिक्षा का स्तर भी काफी नीचे चला गया है। मानव अपनी कुरीतियों को सुधारें, यही साधु समाज का संदेश रहता है। मौके पर देवापहाड़ी के मठाधीश गोरवानंद महाराज, मुखिया दीपक कुमार तिवारी, रतन तिवारी, रामनारायण दास, कामदेव राय, ¨पटू राय आदि लोग उपस्थित थे।

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