डुमरी में हो रही पान मसाला व गुटखा की बिक्री जारी

निमियाघाट (गिरिडीह) प्रतिबंधित पान मसाला व गुटखा झारखंड में बंगाल से चोरी-छिपे लाकर खप

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 06:30 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 06:30 PM (IST)
डुमरी में हो रही पान मसाला व गुटखा की बिक्री जारी
डुमरी में हो रही पान मसाला व गुटखा की बिक्री जारी

निमियाघाट (गिरिडीह) : प्रतिबंधित पान मसाला व गुटखा झारखंड में बंगाल से चोरी-छिपे लाकर खपाया जा रहा है। वाहनों से सड़क मार्ग के जरिए इसे बंगाल से झारखंड के विभिन्न जिलों में भेजा जाता है। यही वजह है कि पान मसाला और गुटखा की बिक्री पर रोक के बावजूद इसरी बाजार के होलसेल दुकानदारों के पास यह सुलभता से उपलब्ध है। चोरी छुपे कारोबारी इसका कारोबार कर रहे हैं। गुटखा व पान मसाला खाकर लोग जहां-तहां थूक भी रहे हैं। प्रखंड मुख्यालयों की चाय, नाश्ता, किराना आदि दुकानों में इनकी ब्रिकी हो रही है। पश्चिम बंगाल से प्रतिबंधित पान मसाला इसरी बाजार के मार्केट में पहुंच रहा है। चार-पांच थोक विक्रेता खाद्य सामग्री की आड़ में चोरी-छिपे इसकी थोक ब्रिकी कर रहे हैं। क्षेत्र के निमियाघाट, रांगामाटी, रेलवे गेट, इसरी बाजार चौक, पारसनाथ स्टेशन के निकट, बस पड़ाव, डुमरी बेरमो मोड़, वनांचल चौक, कुलगो, डुमरी थाना के निकट आदि जगहों की दुकानों में पान मसाला की ब्रिकी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के दुकानदार भी खुलेआम इसकी ब्रिकी कर रहे हैं और वह भी अधिक दर पर। पांच रुपये में बिकनेवाला गुटखा 7 से-10 रुपये तक में बेचा जा रहा है। सिगरेट की कीमत भी प्रति पीस 2 से 5 रुपये अतिरिक्त ली जा रही है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि तंबाकू, गुटखा, सिगरेट, खैनी आदि की बिक्री पर भी रोक लगाई जानी चाहिए, क्योंकि ये सब चीजें खाकर जहां-तहां थूकने से कोरोना का संक्रमण फैलने की संभावना है।

प्रशासन की नजर फिलहाल इस ओर नहीं है। ग्राहकों के पास इसे तीन से चार गुनी अधिक कीमत पर बेची जा रही है। जागरूक लोगों ने इस पर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की है।

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