'दूसरी' के चक्कर में ले ली पत्नी व बेटों की जान

महिला एवं तीन बच्चों की मौत के मामले में ग्रामीणों ने बताया कि जुबैदा के पति मनौवर का संबंध छत्तीसगढ़ की एक महिला से है।

By Edited By: Publish:Tue, 21 Aug 2018 08:27 AM (IST) Updated:Tue, 21 Aug 2018 01:58 PM (IST)
'दूसरी' के चक्कर में ले ली पत्नी व बेटों की जान
'दूसरी' के चक्कर में ले ली पत्नी व बेटों की जान

संवाद सहयोगी, खोरीमहुआ (गिरिडीह)। राजधनवार के नीमाडीह में महिला एवं तीन बच्चों की मौत के मामले में सोमवार को ग्रामीणों ने बताया कि जुबैदा के पति मनौवर का संबंध छत्तीसगढ़ की एक महिला से है। कुछ वर्ष पूर्व तक मनौवर छत्तीसगढ़ में रहकर जेसीबी चलाता था। वहीं, उसका परिचय एक महिला से हुआ। वह उस महिला से शादी करना चाह रहा था, जिसमें जुबैदा दीवार बनकर खड़ी थी।

इधर, अबतक मिले सुबूतों के आधार पर लोग इसे हत्या ही मान रहे हैं। कुएं में कूदकर जान देने की बात लोगों को हजम नहीं हो रही है। जुबैदा के पिता ने भी हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। सवाल उठ रहा है कि अगर कुएं में सभी ने छलांग लगाई भी तो जुबैदा के मंझले पुत्र मोजासिर का पैर कैसे टूटा। लोगों का मानना है कि पानी में डूबने से अगर मौत होती तो महिला एवं उसके तीनों बेटे मोजामिल अंसारी, मोजासिर अंसारी एवं दानिश अंसारी का पेट पानी भरने से फूला हुआ रहता, लेकिन उनमें से किसी का पेट फूला नहीं था। जुबैदा के माथे में चोट के निशान, दानिश के मुंह से झाग निकलना, मोजासिर के मुंह से ब्लड आना व उसका पैर टूटना एवं मोजामिल के शरीर पर भी चोट के निशान हत्या की ओर इशारा करता है।

लोगों का मानना है कि अगर महिला ने बच्चों संग जहर खाया होता तो मां एवं सभी बेटे कुएं के पास कैसे पहुंच जाते। बताया जा रहा कि शनिवार को कोडरमा से इलाज कराकर लौटने के क्रम में दोपहर को बस पर ही मनौवर एवं जुबैदा में कहासुनी हुई थी। इसके बाद घर आते ही दोनों पति-पत्नी की लड़ाई ने विकराल रूप ले लिया। ग्रामीणों की मानें तो इस दौरान मनौवर ने पहले बीबी बच्चों के साथ मारपीट की, फिर जहर खिलाकर उन्हें मार डाला। इसमें हत्याकांड में लोगों को गुमराह करने ले लिए सभी शवों को कुएं में डाल दिया गया। बताया जा रहा है कि जुबैदा एवं बच्चों के लापता होने की खबर गांव में फैली तो कई ग्रामीण उनकी खोजबीन में जुट गए।

अंतत: सभी का शव कुएं के गहरे पानी में मिला। लोगों का यह भी मानना है कि जिस वक्त लोग खोजबीन करते कुएं के पास पहुंचे तो वहां कुछ नहीं मिला, लेकिन कुएं में जैसे झगर (लोहे का कांटा) डाला गया तो चप्पल बाहर आ गई। लोगों ने पुन: कांटा डाला तो दानिश का शव बाहर आया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जिस वक्त मां एवं सभी बेटों का शव कुएं से बाहर निकाला गया, उस वक्त किसी का पेट फूला हुआ नहीं था।

गौरतलब है कि रविवार को धनवार थाना क्षेत्र के नीमाडीह गांव में एक महिला संग उसके तीन बेटों का शव पास के ही कुएं में पाया गया था। महिला शनिवार देर शाम से ही अपने तीन बेटो के साथ लापता थी। इसके बाद परिवारवाले रात में ही शव को कुएं से निकालकर घर ले गए थे। देर रात तक मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं देकर मामले को आपस में सलटाने की फिराक में लगे रहे।

इसी बीच, लगभग 3 बजे रात्रि को किसी ने मामले की सूचना धनवार पुलिस को दी। इसके बाद जुबैदा के पिता असगर अंसारी ने धनवार थाना में लिखित आवेदन देकर मृतका के पति मो. मनौवर, ससुर अब्दुल रजा, सास जाहिदा खातून, जेठ एनुल, गोतनी आमना खातून, देवर असलम, मो. समसुद्दी व ननद तरन्नुम खातून पर जुबैदा एवं उनके बच्चों की मारपीट कर हत्या करने तथा अपराध को छुपाने के लिए सभी शवों को कुएं में डालने का आरोप लगाया है।

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