रसायनिक खाद के प्रयोग से धरती की उर्वरा शक्ति होती कम

By Edited By: Publish:Thu, 17 Apr 2014 01:02 AM (IST) Updated:Thu, 17 Apr 2014 01:02 AM (IST)
रसायनिक खाद के प्रयोग से धरती की उर्वरा शक्ति होती कम

किसानों को दिया गया प्रशिक्षण

फोटो- 16 जीआरडी 17

संस, धनवार (गिरिडीह) : प्रखंड के घोड़थम्बा स्थित कृतिमान विद्यालय प्रागण में किसानों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें उन्हें ग्रीन प्लानेट बायो प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दी गयी। मौके पर प्रदीप कुमार माझी ने कहा कि आज रासायनिक खाद के प्रयोग से धरती की उर्वरा शक्ति समाप्त होने के कगार पर है। रसायनिक खाद के कारण हमारा स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है। डॉ. श्रीकात प्रसाद यादव ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के कई वर्षो के प्रयास के बाद इस तरह के बायोप्रोडक्ट को तैयार किया गया है। इस उत्पाद से एक तरफ जहां किसान को दोगुनी फसल प्राप्त होगी, वहीं लगातार इसके प्रयोग से खेतों की उर्वरा शक्ति वापस आ जाएगी। मौके पर पिंटू प्रियदर्शक, प्रकाश कुमार, अनुज शर्मा, विद्यालय की संचालिका नीता सिन्हा आदि उपस्थित थे।

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