मरीज की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दर्ज किया मामला

संवाद सहयोगी गढ़वा राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली ने गढ़वा सदर अस्पताल में 18 अप्रैल क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 06:32 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 06:32 PM (IST)
मरीज की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दर्ज किया मामला
मरीज की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दर्ज किया मामला

संवाद सहयोगी, गढ़वा : राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली ने गढ़वा सदर अस्पताल में 18 अप्रैल को नीरज उपाध्याय की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत को लेकर एक मामला दर्ज कर लिया है। इसकी जानकारी गढ़वा पीयूसीएल के महासचिव सुरेश मानस ने दी। उन्होंने बताया कि नीरज उपाध्याय की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मृत्यु की जांच पीयूसीएल की पांच सदस्यीय टीम द्वारा की गई थी। जांच टीम में पीयूसीएल के महासचिव सुरेश मानस, ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष संजय तिवारी, अधिवक्ता जितेंद्र कुमार, सुनील किस्पोट्टा एवं अधिवक्ता अवध किशोर चौबे शामिल थे। जांच टीम के सदस्यों ने गढ़वा सदर अस्पताल के कोविड वार्ड के कर्मचारियों से गहन पूछताछ की थी तथा स्वजनों से भी बातचीत कर नीरज उपाध्याय के संदर्भ में जानकारी प्राप्त की थी। अस्पताल भवन के ग्रिल गेट में जिस तरह से नीरज उपाध्याय का शव लटकता हुआ पाया गया था, उससे साफ जाहिर होता था कि उनकी हत्या कर उनके शव को लटकाया गया है। जांच टीम के सदस्यों ने इस पर 11 बिदुओं के माध्यम से तथ्यों को उजागर करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि नीरज उपाध्याय उर्फ पिटू की हत्या अस्पताल में इलाज के दौरान की गई। इस जघन्य एवं निर्मम हत्या को अंजाम दिए जाने के बाद भी गढ़वा पुलिस प्रशासन तथा अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और ना ही इस संदर्भ में किसी से पूछताछ भी की गई। इस मामले में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में संवेदना नहीं दिखाया है। यह लोकतंत्र के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस मामले को गढ़वा पीयूसीएल के महासचिव सुरेश मानस ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली को अपनी रिपोर्ट ईमेल के माध्यम से सौंपा था, जिस पर आयोग ने 79616/ सीआर /2021 पर मामला दर्ज कर लिया है।

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