यूपी में बढ़ी गढ़वा व पलामू के बालू की मांग

नगर उंटारी: सीमावर्ती उतर प्रदेश में बालू के खनन पर रोक के बाद झारखंड के गढ़वा व पलामू जिले के

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 May 2017 12:59 AM (IST) Updated:Fri, 26 May 2017 12:59 AM (IST)
यूपी में बढ़ी गढ़वा व पलामू के बालू की मांग
यूपी में बढ़ी गढ़वा व पलामू के बालू की मांग

नगर उंटारी: सीमावर्ती उतर प्रदेश में बालू के खनन पर रोक के बाद झारखंड के गढ़वा व पलामू जिले के बालू की मांग वहां बढ़ गई है। दोनों जिले के विभिन्न बालू घाटों से प्रतिदिन लगभग पांच सौ ट्रक बालू उतर प्रदेश के विभिन्न शहरों में बालू जा रहा है। बालू लदे ट्रक जिला मुख्यालय गढ़वा से होते हुए मुड़ीसेमर चेक पोस्ट से होकर गुजरते हैं। बालू लदे ट्रकों के पास बालू से संबंधित वैद्य कागजात नहीं रहता है। बावजूद जिला प्रशासन, खनन विभाग, पुलिस प्रशासन,सफेदपोश व चेक पोस्ट कर्मियों की मिलीभगत से बगैर रोकटेक बालू यहां से जा रहा है। कागजातों की जांच कहीं नहीं होती है।

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महंगा बिकता है बालू

यूपी में बालू संकट के बाद बालू की मांग तो बढ़ी ही है साथ की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। बालू की मनमानी कीमत वसूली जा रही है। बालू के कारोबार में गढ़वा व पलामू के साथ दूसरे जगहों के लोग भी शामिल हैं।

बताया जाता है कि मिर्जापुर व वाराणसी के बाद जैस-जैसे ट्रकें आगे बढ़ती हैं वैसे वैसे बालू की कीमत बढ़ती जाती है। एक ट्रक बालू का दाम 80 हजार रुपये तक पहुंच जाता है।

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-जांच में कागजात से तीन गुणा अधिक पाया गया था बालू

नगर उंटारी के पूर्व एसडीओ राजेश कुमार साह ने गत फरवरी व मार्च माह में कुछ बालू लदे ट्रकों को पकड़ा था। बालू का वजन कराने पर कागजात से तीन गुणा से भी अधिक बालू पाया गया था। कागजात था चार सौ सीएफटी का और लदा था 14 सौ सीएफटी बालू। तब फाइन जमाकर लोग अपना ट्रक छुड़ाए कर ले गए थे। थे। दो ट्रक से ही 70 हजार से अधिक विभाग को राजस्व प्राप्त हुआ था। पिछले माह थाना प्रभारी निरंजन कुमार ने कई ओवर लोड ट्रकों को चेक पोस्ट पर नाजायज राशि देकर चेक पोस्ट पार होते पकड़ा था। उस वक्त चेक पोस्ट कर्मियों द्वारा लिए गए नाजायज राशि को ट्रक चालकों को वापस कराया था। बावजूद ओवर लो¨डग पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। चालकों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि ओवर लोड ट्रक पार करने के एवज में चेक पोस्ट कर्मी एक हजार रुपये नाजायज लेते हैं। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं किया जाना कई सवाल खड़ा करता है।

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