शिक्षकों ने दी बीपीओ के परिजन को आíथक मदद

रामगढ़ रामगढ़ बीआरसी भवन में शिक्षा विभाग में कार्यरत प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी संजीव मिश्र के असामयिक निधन के बाद बुधवार को रामगढ़ प्रखंड के खुटहन संकुल के सरकारी शिक्षक एवं पारा शिक्षकों की ओर से स्व. संजीव मिश्र के परिजनों को आíथक सहायता सौंपी गई। मध्य विद्यालय गंगवारा के प्रभारी प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने बताया कि खुटहन संकुल की ओर से सरकारी शिक्षक एवं पारा शिक्षकों ने उनकी पुत्री शालू कुमारी को बुधवार को 40100 रुपया नगद आíथक सहायता दी। कहा कि बीपीओ की कमी को कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता है। बीआरसी भवन में शिक्षा विभाग के सारे कार्य की उन्हें अच्छी से जानकारी थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 06:54 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 06:54 PM (IST)
शिक्षकों ने दी बीपीओ के परिजन को आíथक मदद
शिक्षकों ने दी बीपीओ के परिजन को आíथक मदद

रामगढ़ : रामगढ़ बीआरसी भवन में शिक्षा विभाग में कार्यरत प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी संजीव मिश्र के असामयिक निधन के बाद बुधवार को रामगढ़ प्रखंड के खुटहन संकुल के सरकारी शिक्षक एवं पारा शिक्षकों की ओर से स्व. संजीव मिश्र के परिजनों को आíथक सहायता सौंपी गई। मध्य विद्यालय गंगवारा के प्रभारी प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने बताया कि खुटहन संकुल की ओर से सरकारी शिक्षक एवं पारा शिक्षकों ने उनकी पुत्री शालू कुमारी को बुधवार को 40100 रुपया नगद आíथक सहायता दी। कहा कि बीपीओ की कमी को कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता है। बीआरसी भवन में शिक्षा विभाग के सारे कार्य की उन्हें अच्छी से जानकारी थी। उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में कभी भी किसी भी सरकारी शिक्षक या पारा शिक्षक को परेशान नहीं किया। यही कारण है कि सरकारी शिक्षक एवं पारा शिक्षक बीपीओ के परिजनों को आíथक सहायता पहुंचा रही है। इससे पूर्व सरकारी शिक्षक संघ ने एक लाख दो हजार, पारा शिक्षक संघ ने पचास हजार समेत कई शिक्षक उनके पुत्री की निजी खाते में सहायता राशि भेज रहे हैं। यहां बता दें कि रामगढ़ प्रखंड में कार्यरत बीपीओ संजीव मिश्र का नौ नवंबर की रात दिल का दौरा पड़ने से असामयिक निधन हो गया था। संजीव की दो बेटी ही है। उनकी आíथक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण ही शिक्षक समुदाय ने परिजनों को आíथक सहायता मुहैया कराने की सोंची थी। इस दौरान नंदलाल शर्मा, विकास यादव, असीम कुमार दे, सीआरपी गोकुल रविदास मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी