पर्यावरण व जल संरक्षण सरकारी की प्राथमिकता

दुमका : भूमि संरक्षण विभाग दुमका द्वारा 24 मई से सात जून तक चलने वाले जल संचय पखवाड़ा का दुमका प्रखंड

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 May 2018 06:34 PM (IST) Updated:Thu, 24 May 2018 06:34 PM (IST)
पर्यावरण व जल संरक्षण सरकारी की प्राथमिकता
पर्यावरण व जल संरक्षण सरकारी की प्राथमिकता

दुमका : भूमि संरक्षण विभाग दुमका द्वारा 24 मई से सात जून तक चलने वाले जल संचय पखवाड़ा का दुमका प्रखंड के लखीकुंडी पंचायत के चोरकट्टा ग्राम के तालाब जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास करते हुए सूबे की समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने कहा कि सरकार पर्यावरण संरक्षण और जल संचय को लेकर लगातार कार्यक्रम चला रही है। सरकार की प्राथमिकता में जल संचय तथा पर्यावरण संरक्षण है।

मंत्री ने कहा कि पिछले दिनों पर्यावरण संरक्षण के लिए राज्य भर में लाखों पौधारोपण किया गया। कहा कि जल, जीवन के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि पानी बर्बाद नहीं करें। पानी को बचाने का कार्य करें। कहा कि जल स्तर धीरे-धीरे नीचे जा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब जल की समस्या विकराल रूप धारण करने वाली है। इसलिए हमें आज से ही सतर्क होने की जरूरत है। पानी के महत्व को समझना होगा। कहा कि यहां के ग्रामीणों ने गांव में तालाब की मांग की थी जिसे पूरा करने के लिए सरकार का कृतसंकल्पित है। सरकार सभी योजनाओं को गंभीरता से ले रही है। पूरे राज्य में हो रहे विकास कार्य पर सरकार लगातार मॉनीट¨रग कर रही है। उन्होंने इस दौरान अपने विधायक निधि से स्नानघर और घाट के निर्माण की भी घोषणा की।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने कहा कि जल संचय पखवाड़ा 24 तारीख से सात जून तक मनाया जाना है। कहा कि प्रधानमंत्री श नरेंद्र मोदी द्वारा निर्देश दिया गया है कि जितने भी तालाब और बांध हैं उनमें जल संचय का कार्य किया जाए। जिला प्रशासन द्वारा हर तरह के तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य किया जाएगा। कहा कि बरसात के जल को रोकने का कार्य किया जाएगा। बोरा बांध, चेकडैम, छोटा तालाब बनाकर जल संचय करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य ग्रामीणों की भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है इसलिए ग्रामीण शतप्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करें।

कृषि निदेशालय के अवर सचिव मणि भूषण श्रीवास्तव ने कहा कि जल संरक्षण करना सरकार का संकल्प है और तालाब का जीर्णोद्धार इस दिशा में यह एक पहल है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग से ही यह कार्य पूरा होगा। कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। जमीन की चिन्हितिकरण कर जल संचय करने का कार्य किया जाएगा। इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद, आत्मा परियोजना निदेशक डॉ. दिवेश कुमार ¨सह, भाजपा के जिला अध्यक्ष निवास मंडल सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। इधर काठीकुंड प्रखंड के चांदोपानी गांव के परमेश्वर ¨सह का तालाब जीर्णोद्धार का कार्य का उद्घाटन जल संचय योजना के तहत जिला परिषद अध्यक्ष जायेस बेसरा ने किया।

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