जाम समाप्त को बना आड इवेन फार्मूला ध्वस्त
दुमका शहर की जनता को जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस द्वारा जुलाई के पहले सप्ताह में बना आड इवेन फार्मूला पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। अब लोग नियमों की खुले आम अनदेखी करने लगे हैं। दुकानदारों ने भी मनमानी शुरू कर दी है।
फोटो- 23,24
जागरण संवाददाता, दुमका : शहर की जनता को जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस द्वारा जुलाई के पहले सप्ताह में बना आड इवेन फार्मूला पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। अब लोग नियमों की खुले आम अनदेखी करने लगे हैं। दुकानदारों ने भी मनमानी शुरू कर दी है।
शहर का टीन बाजार दुमका की हृदयस्थली है। यहां पर वाहनों की वजह से रोज जाम लगता है। नीचे बाजार में दुकानदारों की मनमानी के कारण लोगों को आने जाने में परेशानी होती थी। इसी समस्या का निदान करने के लिए पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश ने आड इवेन का पहला प्रयोग किया था। इसके तहत एक दिन बाइक सड़क के दाएं और दूसरे दिन बाएं और पाíकंग चालू की गई थी। स्वयं पुलिस अधीक्षक ने सड़क पर उतरकर इस प्रयोग को सफल बनाने की अपील की थी और कहा था कि नियमों का अनदेखी करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिसंबर माह तक पुलिस ने प्रयोग को सफल बनाने के लिए दिन रात मेहनत की। रोज सड़क पर उतरकर कार्रवाई की। इसका नतीजा यह हुआ कि लोगों ने नियमों का पालन करना शुरू किया। हर किसी ने इस कार्य की सराहना की। जाम की स्थिति पूरी तरह से समाप्त भी हो गई। लेकिन नया साल शुरू होते ही पुलिस की उदासीनता की वजह से यह फार्मूला पटरी से उतर गया। पुलिस द्वारा किसी तरह की कार्रवाई न होने के कारण लोग पुराने ढर्रे पर चलने लगे। जिसका जहां मन किया, बाइक लगा दी। दुकानदारों ने भी अपनी दुकान बढ़ाकर सड़क पर ला दी। अब रोज जाम सा लगना शुरू हो गया है। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिन में एसपी का यह प्रयास पूरी तरह से विफल हो जाएगा। वर्जन
चुनाव की व्यस्तता और पुलिस पदाधिकारियों के फेरबदल की वजह से नए फार्मूला पर काम नहीं हुआ। जल्द ही इस दिशा में फिर से काम शुरू होगा। हर हाल में नियमों का उल्लंघन स्वीकार नहीं होगा। किसी सूरत में जाम नहीं लगने दिया जाएगा।
वाईएस रमेश, पुलिस अधीक्षक, दुमका