Jharkhand : बॉर्डर एरिया में रोड बनाने जाएगा श्रमिकों का 4 और जत्था, शनिवार को CM ने पहले जत्थे को किया था रवाना

आगामी 16 20 24 और 28 जून को मजदूरों के अलग-अलग जत्थे को स्पेशल ट्रेन से दुमका से रवाना किया जाएगा। इनको वहां 15900 से 23000 रुपये तक मासिक मजदूरी मिलेगी।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sun, 14 Jun 2020 04:31 PM (IST) Updated:Sun, 14 Jun 2020 04:31 PM (IST)
Jharkhand : बॉर्डर एरिया में रोड बनाने जाएगा श्रमिकों का 4 और जत्था, शनिवार को CM ने पहले जत्थे को किया था रवाना
Jharkhand : बॉर्डर एरिया में रोड बनाने जाएगा श्रमिकों का 4 और जत्था, शनिवार को CM ने पहले जत्थे को किया था रवाना

धनबाद/गोड्डा, जेएनएन। संताल परगना के छह जिलों से अगले चार खेप में मजदूरों को बॉर्डर एरिया में सड़क निर्माण के लिए भेजा जाएगा। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और राज्य सरकार के बीच हुए एमओयू के बाद श्रम नियोजन विभाग ने इसकी तैयारी शुरू का दी है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, आगामी 16, 20, 24 और 28 जून को संताल परगना के मजदूरों के अलग-अलग जत्थे को स्पेशल ट्रेन से दुमका से रवाना किया जाएगा। इनको वहां 15900 रुपये से 23000 रुपये तक मासिक मजदूरी मिलेगी। इसमें किसी बिचौलियों की कोई दखल नहीं होगी।

गोड्डा डीसी किरण पासी ने बताया कि रविवार से जिले के सभी प्रखंडों में श्रमिकों के निबंधन हेतु श्रम विभाग की ओर से शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उक्त शिविर में क्षेत्र के वैसे श्रमिक जो सीमा सड़क संगठन के द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों मसलन लेह, लद्दाख, जम्मू कश्मीर आदि क्षेत्रों में सड़क निर्माण के कार्य में इच्छुक हैं, वे अपना निबंधन करा सकते हैं। जिला प्रशासन ने सभी बीडीओ और सीओ को अपने क्षेत्र के श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन के लिए दिशा निर्देश दिया है।

श्रमिकों का निबंधन कराने के बाद सूची तैयार कर संधारित किया जाएगा। निबंधन के लिए मजदूरों को दो फ़ोटो व आधार कार्ड, बैंक अकाउंट की छाया प्रति लाना है। निबंधन के उपरांत उन श्रमिकों को आगामी 16 जून, 20 जून, 24 जून तथा 28 जून 2020 को दुमका रेलवे स्टेशन से संबंधित क्षेत्रों में सीमा सड़क संगठन के द्वारा ले जाया जाएगा।

भारत-चीन सीमा पर सड़क निर्माण के लिए शनिवार को दुमका से श्रमिकों का एक जत्था भेजा गया। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वंय दुमका स्टेशन पर मौजूद थे। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर स्पेशल ट्रेन से श्रमिकों को विदा किया। इस दौरान रोजी-रोटी के लिए जा रहे श्रमिक भी देशप्रेम की भावना से लबरेज दिखे। लखन मांझी नाम के एक श्रमिक ने कहा कि हम सीमा पर सड़क बनाएंगे तभी तो हमारी फौज तोप लेकर चीन सीमा तक जाएगी।

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