आठवें दिन भी नहीं हुई जलापूर्ति, झरिया में हाहाकार

झरिया-जामाडोबा झमाडा के जामाडोबा जल संयंत्र से आठवें दिन भी झरिया शहर व इसके आसपास क्षेत्रों में जलापूर्ति नहीं हुई। केंद्र के पास दामोदर नदी में लगे इंटेकवेल में शैवाल व जलकुंभी के आने से संयंत्र की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Dec 2020 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 15 Dec 2020 11:22 PM (IST)
आठवें दिन भी नहीं हुई जलापूर्ति, झरिया में हाहाकार
आठवें दिन भी नहीं हुई जलापूर्ति, झरिया में हाहाकार

झरिया-जामाडोबा : झमाडा के जामाडोबा जल संयंत्र से आठवें दिन भी झरिया शहर व इसके आसपास क्षेत्रों में जलापूर्ति नहीं हुई। केंद्र के पास दामोदर नदी में लगे इंटेकवेल में शैवाल व जलकुंभी के आने से संयंत्र की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। झरिया के पांच लाख से अधिक लोगों में पानी के लिए हाहाकार मच गया है। घर में जमा पानी कई दिन पहले ही समाप्त हो चुका है। पुरुष, महिलाएं व बच्चे पानी के लिए पास के कुआं, टंकी से पानी लाने को विवश हो रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि एक सप्ताह से झरिया शहर व इसके आसपास क्षेत्र में जलापूर्ति ठप है। लेकिन जिला प्रशासन, झमाडा प्रबंधन व जनप्रतिनिधियों को झरिया की प्यासी जनता की फिक्र तक नहीं है। संयंत्र में लगे दो मोटर के जल जाने से जलापूर्ति व्यवस्था और खराब हो गई है। झमाडा के कर्मियों ने कहा कि एक मोटर पंप को ठीक कर आशिक जलापूर्ति की जा रही है। नदी में उतरकर कर्मी शैवाल की भी सफाई कर रहे हैं। 12 एमजीडी फिल्टर प्लांट में जल भंडारण किया जा रहा है। क्षेत्र में आंशिक जलापूर्ति की पहल में लगे हैं। जलापूर्ति ठप रहने से झरिया शहर के अलावा भागा, बनियाहीर, डिगवाडीह, शालीमार, फुसबंगला में भी लोग पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं। झमाडा प्रबंधन की लापरवाही से झरिया में लोगों में काफी आक्रोश है। संयंत्र का एक मोटर पंप ठीक हो गया है। दूसरे को भी जल्द ठीक कर लिया जाएगा। झरिया शहर में जलापूर्ति की व्यवस्था में लगे हैं। देर रात तक जलापूर्ति होने की संभावना है।

- पंकज झा, एसडीओ झमाडा। जामाडोबा जल संयंत्र की हालत पूरी तरह से चरामरा गई है। लोग एक सप्ताह से पानी के लिए तरस रहे हैं। प्रशासन बेखबर है।

- मुरारी प्रसाद शर्मा, झरिया। एक सप्ताह से पानी नहीं मिल रहा है। गृहणियों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। जन प्रतिनिधि शीघ्र झरिया में जलापूर्ति कराएं।

- किरण साव, झरिया। झरिया में जलापूर्ति की समस्या आए दिन होती रहती है। छह दशक पुराने संयंत्र का नवीनीकरण बहुत जरूरी है। प्रबंधन गंभीर हो।

- धर्मेद्र साहू, झरिया। झरिया में भीषण जल संकट से आम लोग परेशान हैं। जलापूर्ति के लिए झमाडा प्रबंधन गंभीर नहीं है। जनप्रतिनिधि समस्या का समाधान करें।

- मनोज चौधरी, झरिया।

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