Dhanbad: सलानपुर कोलियरी के बंद खदानों को चालू कराने की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा का प्रदर्शन
कतरास क्षेत्र के सलानपुर कोलियरी के बंद पांच व तीन नंबर भूमिगत खदानों को चालू कराने की मांग को लेकर शनिवार को संयुक्त मोर्चा समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया। मोर्चा समर्थक पांच व तीन नंबर भूमिगत खदान से जुलूस के शक्ल में कोलियरी कार्यालय परिसर पहुंचे।
संवाद सहयोगी, कतरास: कतरास क्षेत्र के सलानपुर कोलियरी के बंद पांच व तीन नंबर भूमिगत खदानों को चालू कराने की मांग को लेकर शनिवार को संयुक्त मोर्चा समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया। मोर्चा समर्थक पांच व तीन नंबर भूमिगत खदान से जुलूस के शक्ल में कोलियरी कार्यालय परिसर पहुंचे। जहां कोलियरी कार्यालय के सामने चल रहे धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ का अनिश्चितकालीन धरना के छठे दिन समर्थन दिया। आंदोलनकारियों ने प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। वक्ताओं ने कहा कि मोर्चा समर्थक अपने वरीय अधिकारियों को जानकारी दे।
वक्ताओं ने कहा कि विधायक ढुलू महतो, अनुप सिंह सहित अन्य नेताओं से संपर्क कर आंदोलन को धार देने का काम किया जाएगा। कतरास क्षेत्र के उत्खनन परियोजनाओं का चक्का जाम किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन हठधर्मिता छोड़ खदानों घुसे पानी को पंपिंग कराके पानी निकालने की दिशा ठोस पहल करे। 28 सितंबर से दोनों खदानें बंद है। इसके बावजूद प्रबंधन पानी निकासी कराने बदले, बंद करने की साजिश रची जा रही है। अगर प्रबंधन उद्योग व मजदूर हित में खदानों को चालू नहीं किया गया तो शीघ्र उग्र आंदोलन किया जाएगा। बीसीकेयू के केंद्रीय महासचिव हलधर महतो ने कहा कि मजदूरों के श्रम कानून में हुए संशोधन के विरोध में हमलोगों को सारे भेदभाव को छोड़ लड़ाई होगी। किसानों ने आंदोलन कर बिल के खिलाफ जीत हासिल किया। यह सरकार मजदूर, किसान व नौजवान विरोधी सरकार है।
यह सरकार निजीकरण की ओर अग्रसर है। खदानों को बंद कर पुंजीपतियों के हाथों में सौपने की साजिश रच रखी है। मजदूर चुप्पी तोड़ एकता के सूत्र में बंध कर आंदोलन को तेज करना जरूरी है। हम किसी भी हालत में प्रबंधन के मंसुबे को सफल नहीं होने देंगे। मौके पर बीसीकेयू के केंद्रीय महासचिव हलधर महतो, धकोकसं के क्षेत्रीय सचिव लखन लाल महतो, राकोमसं के शाखा सचिव मनोज कुमार सिंह, जनता मजदूर संघ के शाखा सचिव गणेश पासवान, अध्यक्ष राजेश कुमार सिह, सुशील कुमार मिश्र, रामजीत महतो, इशाक अंसारी, प्रेमानंद राम, गुप्तेश्वर नोनियां, नवनीत सिंह, सरयू रविदास, कपिलदेव पंडित, रामभुवन भर, अशोक रजवार, जगेश्वर भुइयां, दुलाल विश्वास, झरी लाल मांझी, रामाधार पासवान, पिंटु यादव, दिलीप कुमार सिन्हा, कृष्णा प्रधान, कृष्णा भुइयां, शिवचरण मांझी, केवल कौल, राजेंद्र भुइयां, रामाग्या पासवान आदि शामिल थे।