Jharkhand : भाजपा सांसद की पत्नी पर एक हफ्ते में दूसरा मुकदमा, जमीन के दस्तावेजों में हेराफेरी का आरोप
देवघर के तिवारी चौक के निकट एलोकेसी धाम के क्रय विवाद बढ़ता जा रहा है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी अनामिका गौतम के खिलाफ शुक्रवार को दूसरा केस दर्ज कराया गया है।
धनबाद, जेएनएन। देवघर में तिवारी चौक के नजदीक एलोकेसी धाम की जमीन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर गोड्डा के भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे की पत्नी अनामिका गौतम पर देवघर नगर थाना में दूसरा मुकदमा हो चुका है। पहली प्राथमिकी बम्पास टाउन के रहने वाले विष्णुकांत झा ने दर्ज करायी थी। प्राथमिकी के मुताबिक विष्णुकांत झा का इस जमीन से किसी तरह का सीधा ताल्लुक नहीं है। अब हनुमान टेकरी मुहल्ला की किरण सिंह ने केस किया है जिनका दावा है कि वो जमीन उनकी है। जमीन पर उनका शांतिपूर्वक दखल भी है। जमीन के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर हेराफेरी की गयी है।
किरण सिंह की शिकायत पर अनामिका गौतम, जमीन की रजिस्ट्री करने वाले संजीव कुमार और कमल नारायण झा के खिलाफ केस हुआ है। देवघर एसपी पियूष पांडेय ने कहा कि यह मसला बेहद जटिल है। सारे दस्तावेजों की जांच कर निष्पक्ष विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। किरण द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के प्रारंभिक अनुसंधान में यह बात आयी है कि तिवारी चौक के नजदीक के भूखंड को खरीदने या बेचने का मसला पावर ऑफ एटार्नी से जुड़ा है। कोलकाता की रहने वाली निर्मला बाला घोष के वंशज गोरा चंद्र घोष, भवेश चंद्र घोष, रमेश चंद्र घोष, श्रीमती घोष, पारुल घोष, श्रीमती श्रीसुर, स्मृति कुंवर, प्रदीप कुमार घोष, प्रवीर कुमार घोष एवं ईरा पाल की यह जमीन है।
प्रारंभिक अनुसंधान में किरण सिंह ने पुलिस को बताया कि 1993 में कोलकाता में रहने वाले सारे लोगों ने चंद्रभूषण ओझा को जमीन के बाबत पावर ऑफ एटार्नी दी थी। उसी से उन्होंने जमीन ली है। पुरनदाहा हरगोरी निवासी संजीव कुमार एवं एचके बनर्जी रोड के रहने वाले कमल नारायण झा ने कोलकाता में रहने वाले वंशजों की पावर ऑफ एटार्नी दिखा कर वह जमीन ऑनलाइन इंटरटेनमेंट कंपनी की निदेशक अनामिका गौतम को फर्जी तरीके से बेच दी है।
किरण के मुताबिक इस भूखंड पर ऐलोकेसी धाम नामक दोमंजिला भवन बना है। वो देवघर नगरपालिका में होल्डिंग टैक्स का भुगतान कर रही है। प्रारंभिक अनुसंधान में किरण सिंह ने पुलिस को बताया कि जमीन खरीदने वाली अनामिका गौतम ने जमीन के निबंधन के लिए नोटरी पब्लिक ललित कुमार सिन्हा के समक्ष शपथ पत्र दायर किया था। जमीन को बेचने वाले संजीव कुमार एवं कमल नारायण झा ने नोटरी पब्लिक में शपथ पत्र दिया। दोनों शपथ पत्र की एलपीसी की तारीख में हेरफेर है। यह जालसाजी, आपराधिक षडयंत्र और जमीन के निबंधन में हेरफेर को दर्शाता है।
::: यह है आरोप :::