Sawan Month 2020: बाबा बैद्यनाथ की श्रृगांर पूजा में भाग लेंगे पुरोहित, शर्तों के साथ मिली विशेष छूट

श्रद्धालुओं की आस्था और सुविधा को देखते हुए प्रतिदिन मंदिर में होने वाली परंपरागत प्रात कालीन पूजा एवं संध्याकालीन पूजा का ऑनलाइन के माध्यम से वर्चुअल दर्शन कराया जा रहा है।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 10:19 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 10:19 PM (IST)
Sawan Month 2020: बाबा बैद्यनाथ की श्रृगांर पूजा में भाग लेंगे पुरोहित, शर्तों के साथ मिली विशेष छूट
Sawan Month 2020: बाबा बैद्यनाथ की श्रृगांर पूजा में भाग लेंगे पुरोहित, शर्तों के साथ मिली विशेष छूट

देवघर, जेएनएन। श्रावणी मेला में भक्तों के लिए पूजा अर्चना पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। लेकिन कुछ शर्तों के साथ तीर्थ पुरोहितों को विशेष छूट दी गई है। उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देश पर तीर्थ पुरोहितों को बाबा मंदिर में परंपरा के अनुसार प्रात:कालीन पूजा एवं संध्या कालीन श्रृंगार में शामिल होने की छूट दी गई है। हालांकि सीमित संख्या में तीर्थ पुरोहितों को इस अवसर दिया जाएगा। इस संबंध में बाबा मंदिर प्रभारी सह अनुमंडल पदाधिकारी विशाल सागर ने पूजा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए प्रात: एवं संध्याकालीन पूजा के दौरान शारीरिक दूरी व स्वास्थ्य संबंधी अन्य मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए शामिल हो सकेंगे।

झारखंड उच्च न्यायालय एवं राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार किसी भी स्थिति में पूजा में महिलाओं, बच्चों सहित किसी भी बाहरी व्यक्तियों का मंदिर के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रात: एवं संध्या कालीन पूजा में केवल वैसे ही सीमित संख्या में तीर्थपुरोहित होंगे, जो पूजा-पाठ में शामिल रहते है। इसके अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति का मंदिर परिसर में प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगी रहेगी। बाबा मंदिर प्रभारी ने लोगों से पूजा-अर्चना के लिए मंदिर आने का प्रयास नहीं करने की अपील की है। कहा कि वर्तमान में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मंदिर परिसर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक लगाया गया है।

श्रद्धालुओं की आस्था और सुविधा को देखते हुए प्रतिदिन मंदिर में होने वाली परंपरागत प्रात: कालीन पूजा एवं संध्याकालीन पूजा का ऑनलाइन के माध्यम से वर्चुअल दर्शन कराया जा रहा है। प्रात: कालीन पूजा  4:45 से 5:30 बजे तक एवं संध्या में की जाने वाली श्रृंगार पूजा का संध्या 7:30 से 8:15 बजे तक भक्त घर बैठे ही बाबा का दर्शन कर सकेंगे।

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