साहब के आदेश पर अनुसंधानकर्ता ने पहले बनाया था पीआर बांड, ममता ने फाड़ दिया

एएसआइ ममता कुमारी से बदसलूकी व लज्जा भंग करने के मामले में आरोपित भाजपा नेता दिलीप सिंह के पुत्र व भतीजा को छोडऩे में पुलिस ने अनुसंधानकर्ता से भी पूछने की जरूरत नहीं समझी।

By Deepak PandeyEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 12:50 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 12:50 PM (IST)
साहब के आदेश पर अनुसंधानकर्ता ने पहले बनाया था पीआर बांड, ममता ने फाड़ दिया
साहब के आदेश पर अनुसंधानकर्ता ने पहले बनाया था पीआर बांड, ममता ने फाड़ दिया

जागरण संवाददाता, धनबाद: सरायढेला की महिला एएसआइ ममता कुमारी से बदसलूकी, धमकी व लज्जा भंग करने के मामले में आरोपित भाजपा नेता दिलीप सिंह के पुत्र सूरज व भतीजा रवि को छोडऩे में पुलिस ने अनुसंधानकर्ता से भी पूछने की जरूरत नहीं समझी। जमानतीय धारा में थाना प्रभारी को अधिकार है कि वह किसी को थाने से जमानत पर छोड़ सकते हैं परंतु इस मामले में गैर जमानतीय धारा लगी हुई थी। दोनों आरोपित किसके आदेश से छूटे, यह अनुसंधान का विषय है।

पीडि़त एएसआइ ममता कुमारी के बयान पर जो प्राथमिकी दर्ज हुई थी, उसके अनुसंधानकर्ता सुरेश बरोली बनाए गए थे। पहले तो दोनों आरोपितों को छोडऩे के लिए सुरेश बरोली को सीनियर पदाधिकारियों के कई बार फोन आए पर उस वक्त एएसआइ ममता कुमारी थाने में नहीं थी। लिहाजा अनुसंधानकर्ता दोनों आरोपितों को छोडऩे से परहेज कर रहे थे। परंतु जब अधिकारियों का दबाव बढऩे लगा तो अनुसंधानकर्ता दोनों को छोडऩे के लिए पीआर बॉंड तैयार करने लगे। इसी बीच पीडि़त ममता कुमारी थाना पहुंची। अनुसंधानकर्ता ने ममता कुमारी से कहा कि साहब का आदेश है दोनों आरोपितों को छोड़ दो और वह पीआर बांड तैयार कर रहे हैं। अनुसंधानकर्ता से यह बात सुनते ही ममता आक्रोशित हो गई और गुस्से में आकर अनुसंधानकर्ता द्वारा तैयार किए जा रहे पीआर बांड फाड़ दिया और थाने से चली गई।

इसी बीच सरायढेला थाना प्रभारी निरंजन तिवारी पहुंचे और खुद भाजपा नेता के पुत्र व भतीजा से लिखवाकर दोनों को थाने से छोड़ दिया। यहां तक की अनुसंधानकर्ता का हस्ताक्षर भी पीआर बांड पर नहीं लिया।

आरोपितों को छोडऩे की जांच करेगा पुलिस एसोसिएशन: सरायढेला थाने के महिला एएसआइ ममता कुमारी के साथ ड्यूटी के दौरान  बदसलूकी, धमकी तथा लज्जा भंग करने के आरोप में पकड़े गए भाजपा नेता के पुत्र व भतीजा को सरायढेला पुलिस ने किस परिस्थिति में थाने से छोड़ दिया, इसकी जांच झारखंड पुलिस एसोसिएशन धनबाद शाखा के पदाधिकारी करेंगे।

एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आते ही उन्होंने धनबाद शाखा को पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। इस मामले से यह प्रतीत होता है कि धनबाद पुलिस किसी के दबाव में काम कर रही है। जिला शाखा से रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यालय के आला अधिकारियों से एसोसिएशन बात करेगा ।

भाजपा नेता के पुत्र व भतीजा की तत्काल गिरफ्तारी की मांग: गैर जमानतीय धारा में भाजपा नेता के पुत्र व भतीजा को छोड़ देने के मामले में अस्मिता जागृति मंच ने जिला पुलिस के कार्यप्रणाली की निंदा की है तथा मामले को असंवैधानिक बताया है। मंच के अध्यक्ष रंजीत सिंह ने इस मामले को लेकर उपायुक्त व एसएसपी को पत्र लिख कहा है कि ममता कुमारी द्वारा दायर कांड में जो धारा लगी हैं उसमें केवल न्यायालय ही जमानत दे सकता है। ऐसे मामले के अभियुक्तों को हिरासत में लेकर पीआर बांड पर छोडऩा पुलिस के गलत कार्यप्रणाली को दर्शाता है। झारखंड अस्मिता जागृति मंच ने थाने से छोड़े गए नामजद आरोपितों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है। अन्यथा अस्मिता जागृति मंच उच्च न्यायालय तक जाने को बाध्य होगा। 

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