Petrol Diesel Price: दो-तीन दिन में कीमतों में बढ़ोत्तरी की आशंका, पंपों पर दिखने लगा असर
Petrol Diesel Price पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो सकती है। उम्मीद की जा रही है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के तेल कंपनियां निर्णय लेंगी। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनियाभर के देशों में तेल की कीमतों पर खराब असर पड़ा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। Ukraine War Bad Impact रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का दुनियाभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है। प्राय: सभी देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो रही है। युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 110 डालर को पार कर गई है। इस कारण बढ़ोत्तरी हो रही है। भारत में भी अगले दो-तीन दिन में कीमतों में बढ़ोत्तरी की आशंका जताई जा रही है। इस आशंका से पेट्रोल-डीजल की सप्लाई का असर दिख रहा है। धनबाद के कई पंपों से नार्मल पेट्रोल गायब है। नतीजतन लोग ज्यादा दाम देकर पावर पेट्रोल खरीदने को मजबूर हैं।
चार महीने से नहीं बढ़े हैं दाम
धनबाद में बीते चार महीने से पेट्रोल के दाम नहीं बढ़े हैं। पिछले दो दिनों से धैया समेत कई पेट्रोल पंप में नार्मल पेट्रोल उपलब्ध नहीं है। लोग 102 रुपए खर्च कर पावर पेट्रोल ले रहे हैं। हालांकि धनबाद जिले में पेट्रोल डीजल आसानी से उपलब्ध है। पेट्रोल की कीमतों के बीच कुछ पेट्रोल पंप अपना स्टाक बढ़ाने में जुट गए हैं। फिलहाल धनबाद में पेट्रोल का भाव 98.44 रुपए प्रति लीटर और डीजल 91.47 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर टिका हुआ है।
10 रुपये तक बढ़ोत्तरी की आशंका
तेल कंपनियां प्रत्येक दिन सुबह 6 बजे तेल की कीमतों को अपडेट करती है। लेकिन अब यह उम्मीद जताई जा रही है की पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। जानकार मानते हैं कि अगले कुछ दिनों में 10 से 12 रुपए पेट्रोल डीजल की कीमत में इजाफा हो सकता है। रूस यूक्रेन के युद्ध की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 110 डॉलर को पार कर गई है। कोल्डफील्ड पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन संजीव राणा ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों के अंदर तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है।
चुनाव परिणाम के बाद पेट्रोल के दामों में हो सकती बढ़ोत्तरी
पिछले चार महीने से पेट्रोल और डाजल के दामों में तेल कंपनियों ने बढ़ोत्तरी नहीं की है। इसकी एक वजह पांच राज्यों में चल रही चुनाव प्रक्रिया बताई जाती है। 10 मार्च को मतगणना है। अब आशंका जताई जा रही है कि मतगणना के बाद तेल की कीमतों में बढोत्तरी हो सकती है।