धर्म मार्ग पर चलकर ही राष्ट्र निर्माण संभवः डीजीपी
सेवा, सत्य और अहिंसा धर्म का मुख्य आधार है, जिसे हर मनुष्य को पालन करना चाहिए। ब्राह्मण समाज भी धर्म के इस तीन आधार को अपना मूल मंत्र मान कर सेवा भाव में जुट जाएं।
तोपचांची, जेएनएन। झारखंड के पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय ने कहा कि भगवान का स्मरण कर धर्म के द्वारा बताये गये मार्ग पर चलकर ही राष्ट्र निर्माण संभव है। उन्होंने आर्ष परिषद् द्वारा किये जाने वाले धार्मिक अनुष्ठान की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप समाज को जागरूक कर ही बेहतर समाज व राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।
झारखंड के डीजीपी ने मंगलवार को तोपचांची स्थित सिधाबाद में आर्ष परिषद के तत्वावधान में 36 गावों के ब्राह्मणों के सहयोग से चल रहे श्रीमदभागवत ज्ञान महायज्ञ समापन में हिस्सा लिया। समारोह में डीजीपी का जोरदार स्वागत किया गया। साथ ही प्रशस्ती पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। भाजपा प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख गणेश मिश्रा ने कहा कि सेवा, सत्य और अहिंसा धर्म का मुख्य आधार है, जिसे हर मनुष्य को पालन करना चाहिए। ब्राह्मण समाज भी धर्म के इस तीन आधार को अपना मूल मंत्र मान कर सेवा भाव में जुट जाएं और सत्यता से लोगों तथा देश व समाज के लिए कार्य करें, जिससे लोगो की जागरूकता बढ़ेगी। डीआइजी प्रभात कुमार, एसएसपी किशोर कौशल, बोकारो एसपी एस. कार्तिक, एसपी सिटी पीयूष पांडेय, ग्रामीण एसपी अमन कुमार ने आयोजन की सराहना करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया।
परोपकार से बढ़कर दूसरा कोई धर्म नहींः श्रीमद भागवत कथा के समापन समारोह में कथा वाचक प्रदीप गौड़ ने कहा कि परोपकार से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। इसकी भावना मनुष्य और समाज को महान बनाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति और समाज को अपने अंदर परोपकार की भावना जागृत करनी चाहिए।
समारोह में उपस्थितजनः मौके पर हरिप्रसाद दुबे, उमेश चंद तिवारी, उत्तम तिवारी, नंदलाल तिवारी, अमरेश उपाध्याय, राजेश पांडेय, प्रेम तिवारी, मिथलेश दुबे, शिवेश तिवारी, सपन तिवारी, राजीव द्विवेदी, सुजीत तिवारी, मनजीत तिवारी, प्रमोद दुबे, शिवशंकर पांडेय, गौरव दुबे आदि मौजूद थे।