मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत कितनों को खिलाई फाइलेरिया की दवा, पता लगा रही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम

स्वास्थ्य विभाग की ओर से वर्ष 2020 में चलाए गए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत फाइलेरिया की दवा खिलाए जाने की सत्यता की जांच की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम लाभुकों से सीधे तौर पर मिलकर जानकारी लेगी। जांच के बाद रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 16 Dec 2021 09:33 AM (IST) Updated:Thu, 16 Dec 2021 09:33 AM (IST)
मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत कितनों को खिलाई फाइलेरिया की दवा, पता लगा रही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम
धनबाद के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेती केंद्रीय टीम ( फोटो जागरण)।

जागरण संवादाता, धनबाद। फाइलेरिया और मलेरिया मरीजों की जानकारी के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मलेरिया रिसर्च की टीम धनबाद पहुंचने के साथ ही जांच की तैयारी में जुट गई है। आज सुबह को एनआईएमआर की टीम राजगंज की धाराचिटा जाएगी। जहां मच्छरों को पकड़कर लैब में जांच की जाएगी। टीम पांच दिनों तक धनबाद में रहकर जिले के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण करेगी।

फाइलेरिया दवा खिलाने की सत्यता की जांच

स्वास्थ्य विभाग की ओर से वर्ष 2020 में चलाए गए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत फाइलेरिया की दवा खिलाए जाने की सत्यता की भी जानकारी लेगी। इस दौरान लाभुकों से सीधे तौर पर मिलकर जानकारी लेगी। जांच के बाद रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी। टीम में डॉ एम राजेश कुमार राव, टेक्निसियन दिपक कुमार मल्लिक, लैब असिस्टेंट अंगद कुमार शामिल हैं। इधर जांच शुरू करने से स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। बताया जाता है कि दवा खिलाने में कई जगहों पर अनियमितता बरती गई है। हालांकि अब जांच में देखना है क्या बातें आती है।

लैब की व्यवस्था से हैं लैस

पांच दिनों के धनबाद दौरे पर आई टीम के सदस्य सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक खुद जांच करेंगे। ऐसे मरीजों के रक्त नमूने को खुद से परीक्षण करके देखेंगे। धनबाद में फलेरिया की मरीजों की सही से जांच नहीं हो पा रही। नाइट ब्लड सर्वे भी इस टीम के द्वारा किया जाएगा। डिस्ट्रीक वीबीडी कंसलटेंट रमेश कुमार सिंह ने बताया कि टीम पूरे लैब से लैस है। मच्छरों से लिए गए सैंपल को कहीं और जांच के लिए नहीं भेजा जाएगा। बल्कि अपने साथ टीम लैब के सामग्रियों को लाई है। जिसमें सैंपलों की जांच होना है।

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