झाविमो नेता रंजीत सिंह की हत्या के विरोध में धनबाद बंद का मिला-जुला असर

झाविमो युवा इकाई के जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह की हत्या के विरोध में विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से बुधवार को धनबाद बंद रखा। बंद का मिलाजुला असर रहा।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Tue, 21 Aug 2018 07:46 PM (IST) Updated:Wed, 22 Aug 2018 05:19 PM (IST)
झाविमो नेता रंजीत सिंह की हत्या के विरोध में धनबाद बंद का मिला-जुला असर
झाविमो नेता रंजीत सिंह की हत्या के विरोध में धनबाद बंद का मिला-जुला असर

धनबाद, जेएनएन। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) युवा इकाई के जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह की हत्या के विरोध में विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से बुधवार को धनबाद बंद रखा। बंद का मिलाजुला असर रहा। झाविमो के युवा संगठन झारखंड विकास युवा मोर्चा के धनबाद जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह की मंगलवार की शाम गोंदूडीह ओपी क्षेत्र में कुसुंडा रेलवे फाटक के पास गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।

जानकारी के मुताबिक, दो पल्सर पर सवार चार अपराधियों ने शाम करीब छह बजे वारदात को अंजाम दिया। इस हत्या से पूरे कोयलांचल में सनसनी फैल गई है। विडंबना यह है कि रंजीत सिंह ने मंगलवार की सुबह ही एसएसपी मनोज रत्न चौथे से मिलकर जान पर खतरे की मौखिक व लिखित जानकारी दी थी। बताया था गैंग्स ऑफ वासेपुर के नाम से उन्हें रंगदारी के लिए यह धमकी दी जा रही है। पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी भी मंगलवार को धनबाद में ही थे। उन्होंने प्रेस वार्ता में धनबाद में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिंता जताई थी। इसके बावजूद उनके एक कार्यकर्ता की हत्या हो गई।

रंजीत सिंह जेवीएम के झरिया नगर अध्यक्ष मुन्ना खान के साथ अपनी कार से साढ़े चार बजे के करीब कुसुंडा साइडिंग गए थे। वहां वे बीकेबी नामक आउटसोर्सिंग कंपनी का रेल रैक में कोयले की लोडिंग का काम देख रहे थे। शाम छह बजे के करीब साइडिंग से घर लौट रहे थे। कार झरिया निवासी मुन्ना खान ड्राइव कर रहा था। दो पल्सर पर सवार चार अपराधी साइडिंग से ही उनका पीछा कर रहे थे। रास्ते में हत्यारों ने रंजीत सिंह की कार को ओवरटेक करने की कोशिश की। अनहोनी की आशंका पर मुन्ना कार भगाने लगा परंतु कुसुंडा रेलवे फाटक के पास जैसे ही कार धीमी हुई, दो पल्सर बाइक पर सवार चार अपराधियों ने कार को आगे से घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। रंजीत सिंह को जहां तीन गोलियां लगी वहीं एक गोली मुन्ना के जबड़े को छेद करते हुए बाहर निकल गई। स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से जख्मी रंजीत व मुन्ना को अशर्फी अस्पताल पहुंचाया परंतु रास्ते में ही रंजीत की मौत हो गई थी। घटना का कारण रंगदारी बताया जा रहा है।

रंगदारी के लिए पिछले कई दिनों से रंजीत सिंह को लगातार फोन पर धमकी मिल रही थी। पूर्व में इसकी उन्होंने थाने में लिखित शिकायत की थी। घटना की सूचना पाते ही रंजीत सिंह के सैकड़ों समर्थक अस्पताल पहुंच गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। अस्पताल पहुंचे ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर समेत दर्जनों पुलिसकर्मियों को भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा। एसपी रंजीत सिंह को देखने के लिए अस्पताल गए मगर भीड़ ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी के कारण बैंरग लौटना पड़ा। इसके बाद ग्रामीण एसपी के साथ पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच छानबीन की। कई लोगों का बयान भी दर्ज किया। इधर, अस्पताल में पूर्व विधायक कुंती सिंह समेत बड़ी संख्या में सिंह मैंशन, जेवीएम, झामुमो, कांग्रेस व आरजेडी कार्यकताओं की भीड़ लगी थी।

हत्या के विरोध में धनबाद बंद, एसएसपी को हटाने की मांग
झारखंड विकास युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह की हत्या के विरोध में विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से बुधवार को धनबाद बंद रखा। बंद का मिलाजुला असर रहा। विपक्षी दल ने घटना का विरोध करने के साथ ही धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे को हटाने तथा हत्यारों की अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की। घटना के विरोध में झारखंड विकास मोर्चा ने धनबाद बंद का आह्वान किया था, जिसका मिलाजुला असर रहा। पोस्टमार्टम के बाद झरिया में अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। झाविमो सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थोड़ी देर पहले झरिया पहुंचे हैं। अभी तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।

रंजीत सिंह।

-20 जुलाई को झाविमो के प्रखंड उपाध्यक्ष रूपेश पासवान को गोली मारी गई थी।

21 मार्च, 2017 को धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या कर दी गई थी।

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