बेटी पैदा करने पर विवाहिता को घर निकाला की सजा

महिला थाना पहुंची जुगून कुमारी ने बताया कि 2014 में उसकी शादी प्रवीण विश्वकर्मा के साथ हुई। उसके पिता ने सामर्थ्य अनुसार दहेज भी दिए। शादी के बाद सब कुछ सामान्य था।

By mritunjayEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 06:00 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 06:00 PM (IST)
बेटी पैदा करने पर विवाहिता को घर निकाला की सजा
बेटी पैदा करने पर विवाहिता को घर निकाला की सजा

धनबाद, जेएनएन। एक तरफ सरकारी स्तर पर जोर-शोर से 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान चल रहा है दूसरी तरफ अब भी समाज सुधरने को तैयार नहीं है। बेटी जन्म लेने पर महिलाओं को प्रताड़ित करने की नित्य नई घटनाएं सामने आती रहती हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को धनबाद महिला थाने के सामने आया जिसमें बेटी जन्म देने के बाद परिजनों ने जुगून कुमारी को घर निकाला की सजा दी है। वह छह महीने से सुनसान अर्धनिर्मित मकान में सजा भुगत रही है। 

महिला थाना पहुंची नावाडीह बाघमारा निवासी जुगून कुमारी ने बताया कि 2014 में उसकी शादी प्रवीण विश्वकर्मा के साथ हुई। उसके पिता ने सामर्थ्य अनुसार दहेज भी दिए। शादी के बाद सब कुछ सामान्य था।लेकिन, जैसे ही उसने बेटी को जन्म दिया परिजनों ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पीड़िता पर अपने पिता से 4 लाख रुपए दहेज में मांगने का दबाव डाला गया। पीड़िता ने बताया परिजनों का कहना है कि बेटी के पालन पोषण और उसके विवाह में जो खर्च होगा वह अभी ही अपने मायके से ले आए, तभी इस घर में रह सकती है। अन्यथा उसे घर में नहीं रहने दिया जाएगा। चार लाख रुपये नहीं देने पर छह महीने पहले उसे घऱ से निकाल दिया गया। पीड़िता ने घटना की लिखित शिकायत महिला थाना में की है।पुलिस को दिए जानकारी में पीड़िता ने बताया कि वह पिछले छह महीने से घर से दूर स्थित एक अर्ध निर्मित आवास में अपनी बेटी को लेकर रह रही है।

पीड़िता की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। महिला के बताए अनुसार पुलिस ने बाघमारा के नावाडीह में जाकर जांच की। पुलिस के अनुसार पीड़िता के ससुराल का पक्ष लेने और जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

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