प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन के लिए नहीं मिल रही जगह

लोयाबाद लोयाबाद थाना क्षेत्र के एकड़ा में चेन्नई से लौटे एक 21 वर्षीय प्रवासी मजदूर को क्वारंटाइन होने के लिए सोमवार की रात एकड़ा पुल के पास सूर्य मंदिर में गुजारनी पड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 10:18 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 06:16 AM (IST)
प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन के लिए नहीं मिल रही जगह
प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन के लिए नहीं मिल रही जगह

लोयाबाद : लोयाबाद थाना क्षेत्र के एकड़ा में चेन्नई से लौटे एक 21 वर्षीय प्रवासी मजदूर को क्वारंटाइन होने के लिए सोमवार की रात एकड़ा पुल के पास सूर्य मंदिर में गुजारनी पड़ी। ये मजदूर 23 मई को धनबाद पहुंचा। सदर अस्पताल में थर्मल स्क्रीनिग कराया। चिकित्सक ने होम क्वारंटाइन में रहने को कहा। मजदूर युवक की मां ने बताया कि स्थानीय लोगों के विरोध करने के बाद 24 मई को उसे लेकर सदर अस्पताल धनबाद ले गए। वहां पर क्वारंटाइन के लिए जगह नहीं मिली। चिकित्सक ने बाघमारा प्रखंड जाने को कहा। जब बाघमारा पहुंचे तो वहां पर चिकित्सक ने ये कहकर लौटा दिया गया कि उनका कतरास क्षेत्र पड़ेगा। आखिरकार युवक के पिता ने पुत्र के क्वारंटाइन के लिए एकड़ा में एक कमरा भाड़े पर लिया। लेकिन स्थानीय लोगों ने इस पर भी एतराज जताया। मंगलवार को धनबाद शहर में बिना किसी को कुछ बताये एक कमरा किराए पर लिया। अब उसे उसी कमरे में क्वारंटाइन किया गया। लोयाबाद क्षेत्रीय अस्पताल को क्वारंटाइन सेंटर बनाने की मांग : लोयाबाद पांच नंबर में दो कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद इलाके मे क्वारंटाइन सेंटर बनाने की मांग उठने लगी है। प्रवासी मजदूरों लगातार आ रहे हैं। क्वारंटाइन सेंटर नहीं होने से मजदूरों को बाहर या फिर जंगल रहने को विवश होना पड़ता है। कई संगठनों व पार्षद के द्वारा लोयाबाद क्षेत्रीय अस्पताल को क्वारंटाइन सेंटर बनाने की मांग की गई है। लोयाबाद क्षेत्रीय अस्पताल में करीब 300 बेड का क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा सकता है। अस्पताल में चार चिकित्सक, टेक्नीशियन सहित 60 कर्मी कार्यरत हैं तथा तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं।

chat bot
आपका साथी