हंगामेदार रही मासस व दहीबाड़ी प्रबंधन के बीच वार्ता

पंचेत नियोजन व पुनर्वास की मांग को लेकर मंगलवार की शाम मासस व दहीबाड़ी प्रबंधन के बीच वाता

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 07:34 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 07:34 PM (IST)
हंगामेदार रही मासस व दहीबाड़ी प्रबंधन के बीच वार्ता
हंगामेदार रही मासस व दहीबाड़ी प्रबंधन के बीच वार्ता

पंचेत : नियोजन व पुनर्वास की मांग को लेकर मंगलवार की शाम मासस व दहीबाड़ी प्रबंधन के बीच वार्ता हुई। मासस नेताओं ने एकीकृत कोल डिपो का निर्माण कर मैनुअल लोडिग का काम असंगठित मजदूरों को देने, आउटसोर्सिंग में नियोजन देने, परियोजना से प्रभावित लोगों का पुनर्वास करने, बसंतीमाता तालाब की भराई पर रोक लगाने, तीन तल्ला आवास के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने, दहीबाड़ी कुम्हार बस्ती में जर्जर बिजली पोल बदलने की मांग की। नियोजन पर नकारात्मक जवाब मिलने पर असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। मासस के नेताओं का कहना था कि प्रबंधन नियोजन को लेकर दोहरा मापदंड अपना रहा है। प्रबंधन ने अलग से ट्रांसफार्मर बैठाने, जामदही शिव मंदिर तक बिजली पोल लगाने, गैर रैयतों को 15 दिनों के अंदर जमीन देने सहमति जताई। मासस नेता बबलू दास ने कहा कि परियोजना प्रभावित लोगों के नियोजन नहीं मिला तो आंदोलन किया जाएगा। वार्ता में एजेंट एस बाग, कार्मिक प्रबंधक एनके सिंह अभियंता विनीत कुमार व मासस से बबलू दास, गोरा धीवर, राज किशोर मुर्मू, मिलन शर्मा, मनोज महतो, धर्मेंद्र कुमार, मंगल गोराईं, लखी नारायण मरांडी, पिटू राउत, राजू राउत, अब्दुल अंसारी, लखीराम टुडू, दिलीप टुडू अमित राउत, कृष्णा राउत, दीना गोराईं मौजूद थे।

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