जांच शुरू हुई तो बकरी शेड का शुरू हुआ निर्माण, एस्बेस्टस के पुराने घर को बता दिया मुर्गी का दरबा Dhanbad News

कुबड़ीटांड़ निवासी देवन महतो का 3.10 लाख रुपए कुआं निर्माण योजना के लिए स्वीकृत हुआ था। निर्माण कार्य पूरा हो चुका है लेकिन उन्हें अबतक मात्र 54 हजार रुपए का ही भुगतान किया गया है।

By Edited By: Publish:Tue, 25 Feb 2020 03:00 AM (IST) Updated:Tue, 25 Feb 2020 01:56 PM (IST)
जांच शुरू हुई तो बकरी शेड का शुरू हुआ निर्माण, एस्बेस्टस के पुराने घर को बता दिया मुर्गी का दरबा Dhanbad News
जांच शुरू हुई तो बकरी शेड का शुरू हुआ निर्माण, एस्बेस्टस के पुराने घर को बता दिया मुर्गी का दरबा Dhanbad News

गोविंदपुर, जेएनएन।  डीआरडीए निदेशक संजय कुमार भगत ने गोविंदपुर प्रखंड स्थित जमडीहा पंचायत के कुबरीटांड़ गांव में वर्ष 2018-19 की मनरेगा योजनाओं की जांच की । रोतरा गांव में भी मनरेगा कार्यों का निरीक्षण किया। निदेशक ने मुर्गी व बकरी शेड निर्माण में भारी अनियमितता पाया। लेबर पेमेंट होने व फाइनल पेमेंट के लिए बिल जमा करने मामले को बड़ा फर्जीवाड़ा बताया। उन्होंने स्थल निरीक्षण के साथ दर्जनों ग्रामीणों से बात भी की। किसी के पास जॉब कार्ड नहीं होने पर चकित रह गए।

ग्रामीणों ने डीआरडीए निदेशक को बताया कि किसी को भी जॉब कार्ड नहीं मिला है। कुबरीटांड़ निवासी शंकर महतो ने बताया कि दो दिन पहले ही मुखिया पति ने छह हजार रुपए देकर मुर्गी व बकरी शेड का निर्माण तत्काल शुरू करने को बोला था। शंकर महतो ने सोमवार को से ही काम शुरू किया। उसके भाई अमृत महतो ने एस्बेस्टस के पुराने घर को ही मुर्गी शेड बता दिया। दीवान महतो व उस्मान अंसारी भी सोमवार को बकरी शेड का निर्माण शुरु करते पाए गए। .मनरेगा कूप निर्माण में भी गड़बड़झाला मनरेगा से बनने वाले कुआं में भी घोटाला हुआ है। कुबड़ीटांड़ निवासी देवन महतो का 3.10 लाख रुपए कुआं निर्माण योजना के लिए स्वीकृत हुआ था। कुआं का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है लेकिन उन्हें अबतक मात्र 54 हजार रुपए का ही भुगतान किया गया है। देवन महतो ने बताया कि यह राशि भी तीन-चार किस्त में मिली है। घर से पैसा लगाकर निर्माण कार्य पूरा किया गया है।

मनरेगा योजनाओं में भारी अनियमितता देखने को मिली है। जॉब कार्ड धारियों के खाते में पैसा नहीं भेजा गया है । धरातल पर कुछ भी काम नहीं हुआ है। लेकिन भुगतान कर दिया गया है। इसकी जानकारी उपायुक्त को देंगे।

-संजय कुमार भगत, डीआरडीए निदेशक

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