Corona in Dhanbad News Update: धनबाद में मिले कोरोना के 3 नए मरीज, 300 लोगों में संक्रमण की आशंका

LIVE Corona in Dhanbad News Update सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. एसके गुप्ता बेटा-बेटी को लाने कोलकाता गए थे। 18 जून को जब वह धनबाद लौटे तो उनकी तबीयत काफी खराब थी।

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 26 Jun 2020 08:21 AM (IST) Updated:Fri, 26 Jun 2020 10:28 PM (IST)
Corona in Dhanbad News Update: धनबाद में मिले कोरोना के 3 नए मरीज, 300 लोगों में संक्रमण की आशंका
Corona in Dhanbad News Update: धनबाद में मिले कोरोना के 3 नए मरीज, 300 लोगों में संक्रमण की आशंका

धनबाद, जेएनएन। LIVE Corona in Dhanbad News Update कुछ दिन ब्रेक लेने के बाद धनबाद में फिर से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिलने लगे हैं। शुक्रवार को तीन नए कोरोना केस मिले। पीएमसीएच की हड्डी रोग विभाग में भर्ती 65 वर्षीय वृद्धा कोरोना वायरस से ग्रसित पाई गई। वहीं टाटा के झरिया डिवीजन के एक अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। फिलहाल वह जमशेदपुर के टीएमएच अस्पताल में भर्ती हैं। तीसरा पॉजिटिव तोपचांची का रहने वाला है। पिछले दिनों बाद दिल्ली से धनबाद लौटा है। पीएमसीएच में जांच के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पीएमसीएच में भर्ती वृद्ध महिला और तोपचाची के युवक को इलाज के लिए कोविड-19 अस्पताल ( सेंट्रल अस्पताल) में भर्ती किया गया है। 

300 लोगों में संक्रमण की आशंका

निरसा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के प्रभारी डॉ. एसके गुप्ता धनबाद में कोरोना संक्रमण की चेन बन गए हैं। वे कोलकाता से कोरोना वायरस लेकर धनबाद पहुंचे। उनके परिवार के 7 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। उनकी बेटी के संपर्क में आने वाले दंत चिकित्सक भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे करीब 300 लोगों को चिह्नित किया है जो डॉक्टर गुप्ता और उनके परिवार के संपर्क में आए हैं। ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। 

कोरोना की चेन बने सीएचसी के डॉक्टर पर प्रधान सचिव नाराज

कोरोना चेन बने निरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पूर्व प्रभारी डॉ एसके गुप्ता की लापरवाही को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने इस मामले में धनबाद के सिविल सर्जन (सीएस) डॉ. गोपाल दास को फ टकार भी लगाई है। डॉ. गुप्ता के कारण अब तक आठ व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमित मरीजों में उनके परिवार के 7 लोग शामिल हैं। 

सीएचसी प्रभारी ने क्वारंटाइन का पालन नहीं किया 

कुलकर्णी ने कहा- कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक है। ऐसे में बिना अनुमति डॉ. गुप्ता कोलकाता कैसे गए? कोलकाता से लौटने पर उन्होंने क्वारंटाइन का पालन क्यों नहीं किया? इसके लिए विभाग ने क्या किया? अगर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लापरवाही करेंगे तो उनके लिए भी कार्रवाई का प्रविधान है। उन्होंने सीएस को कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। प्रधान सचिव ने आसनसोल में रह रही नर्स के बारे में भी जानकारी ली। विभाग को सहयोग नहीं करने के लिए उन पर कार्रवाई करने को कहा। 

सामुदायिक संक्रमण की आशंका से दहशत 

डॉ. गुप्ता बेटा-बेटी को लाने कोलकाता गए थे। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो इसकी अनुमति उन्हें लिखित में नहीं मिली थी। 18 जून को जब वह धनबाद लौटे तो उनकी तबीयत काफी खराब थी। उसी दिन उनका सैंपल लिया गया। इसके बाद भी वे क्वारंटाइन में नहीं रहे, निजी क्लीनिक चलाते रहे। निरसा स्वास्थ्य केंद्र समेत कई अन्य स्थानों पर गए। उनके परिवार के सात सदस्य संक्रमित हो गए। बैंक में कार्यरत उनकी बड़ी बेटी संक्रमण के बावजूद बैंक जाती रहीं। वह पीएमसीएच के एक दंत चिकित्सक के निजी क्लीनिक भी गईं, जिसके कारण वह भी संक्रमित हो गए। डॉ. गुप्ता को कोरोना वायरस के चेन के रूप में देखा जा रहा है। उनके और उनके रिश्तेदारों के संपर्क में आने वाले संक्रमण की आशंका से दहशत में हैं। 

तीसरी बार की जांच में पॉजिटिव मिले पीएमसीएच के दंत चिकित्सक

पीएमसीएच के दंत चिकित्सक डॉ. राजश्री भूषण आखिरकर तीसरी बार की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद रिसोर्ट में क्वारंटाइन में रखे गए डॉ. भूषण को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। दंत चिकित्सक के संक्रमित होने के बाद धनबाद में समुदाय संक्रमण की आशंका और बढ़ गई है। डॉ. भूषण निरसा के पूर्व चिकित्सा प्रभारी डॉ. एसके गुप्ता की कोरोना पॉजिटिव पुत्री के संपर्क में आए थे। डॉ. गुप्ता की पुत्री बैंककर्मी है। बैंक के काम से वह डॉ. भूषण के मेमको मोड़ स्थित दंत क्लीनिक में गईं थीं। महिला बैंककर्मी के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उनके क्लोज कांटेक्ट में आए डॉ. भूषण ने 23 जून को जांच के लिए अपना स्वाब दिया था। बताया जाता है कि दंत चिकित्सक भी पीएमसीएच में आधा दर्जन अन्य डॉक्टर और कर्मचारियों के संपर्क में आए थे। दंत चिकित्सक के पॉजिटिव मिलने के बाद पीएमसीएच में भी हड़कंप मच गया है। दंत विभाग, ओपीडी, ट्रूनेट मशीन जांच केंद्र के कई कर्मी उनके संपर्क में आए हैं। 

पहली बार पॉजिटिव, फिर निगेटिव और फिर मिले पॉजिटिव

डॉ. भूषण की पहली जांच बुधवार को ट्रूनेट मशीन से हुई थी। इसमें वे पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उन्हें सेंट्रल अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी हो रही थी। इसके बाद दूसरी जांच पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में आरटी पीसीआर मशीन से की गई। इसमें वे नेगेटिव मिले। इस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कर किंग रिसोर्ट में क्वारंटाइन कर दिया गया। अब गुरुवार को एक बार फि र आरटी पीसीआर मशीन से जांच में वे पॉजिटिव मिले। इसके बाद उन्हें किंग रिसोर्ट से सेंट्रल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

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