क्या झारखंड के डीजीपी के शहर के दारोगा को मिलेगा इंसाफ ? सीबीआइ जांच पर अड़े लालजी के स्वजन
Lalji Yadav Suicide Case राजमहल के विधायक अनंत ओझा ने डीजीपी को पत्र लिखकर मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने की मांग भी की है। उनका कहना है कि सीबीआइ इसकी तह में जाकर सच्चाई सामने ला सकती है। डीजीपी नीरज सिन्हा साहिबगंज के ही रहने वाले हैं।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। क्या पलामू जिला के नवा बाजार के निलंबित थानेदार लालजी यादव आत्महत्या मामले में इंसाफ होगा? साहिबगंज के लोगों की नजर झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा पर टिक गई है। सिन्हा से लालजी यादव के स्वजनों और साहिबगंज के लोगोंं को काफी उम्मीद है। क्योंकि नीरज सिन्हा भी साहिबगंज के ही रहने वाले हैं। स्वजनों का आरोप है कि पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने पांच लाख रुपये लालजी यादव से हर महीने मांगते थे। नहीं देने पर निलंबित कर हत्या हुई। स्वजन चाहते हैं कि सीबीआइ जांच हो। राजमहल ( साहिबगंज) के विधायक अनंत ओझा ने भी डीजीपी को पत्र लिखकर सीबीआइ जांच की मांग की है।
सासंद-विधायक के सामने लालजी के पिता ने दोहराई हत्या की बात
दारोगा लालजी यादव के स्वजन उनकी मौत की सीबीआइ जांच की मांग पर अड़े हुए हैं। शुक्रवार को राजमहल सांसद विजय हांसदा व राजमहल विधायक अनंत ओझा ने उनके पिता राम अयोध्या यादव व उनके भाइयों से मुलाकात की। दौरान दारोगा के पिता ने स्पष्ट कहा कि उनके बेटे की हत्या साजिश के तहत की गई है। वहां के एसपी और डीटीओ की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता है। सीबीआइ ही मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है। सरकार मामले को सीबीआइ को सौंपे। गुरुवार को स्वजनों ने इस मामले में साहिबगंज के जिरवाबाड़ी ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही थी। हालांकि, देर शाम तक ओपी में कोई भी आवेदन नहीं दिया गया था।
लालजी की पत्नी की तबीयत खराब
दारोगा की पत्नी की तबीयत ठीक नहीं है। वह सात माह की गर्भवती है। वर्तमान में वह कुछ सोचने-समझने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में उनकी स्थिति सामान्य होने के बाद ही परिवार कोई निर्णय लेगा। गुरुवार को बरहेट विधायक के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने भी स्वजनों से भेंट की थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कराने की बात कही है। दारोगा के अंतिम संस्कार के विधान समाप्त होने के बाद स्वजन की मुख्यमंत्री से मुलाकात कराएंगे। स्वजनों से मिलने शुक्रवार को पहुंचे सांसद विजय हांसदा व विधायक अनंत ओझा ने दुखी परिवार को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है। विधायक ने डीजीपी को पत्र लिखकर मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने की मांग भी की है। उनका कहना है कि सीबीआइ इसकी तह में जाकर सच्चाई सामने ला सकती है।