बाजार में आई होली की मस्ती... 20 रुपये में बाहुबली और 30 में छोटा भीम, हा हा हा...

होगी के बाजार में इस बार हर्बल रंगों के साथ चीन निर्मित मैजिक आइस रंग व गुब्बारे मंगाए गए हैं। वहीं बच्चों के लिए प्रेशर गन भी बाजार में है।

By mritunjayEdited By: Publish:Tue, 19 Mar 2019 12:08 PM (IST) Updated:Tue, 19 Mar 2019 12:08 PM (IST)
बाजार में आई होली की मस्ती... 20 रुपये में बाहुबली और 30 में छोटा भीम, हा हा हा...
बाजार में आई होली की मस्ती... 20 रुपये में बाहुबली और 30 में छोटा भीम, हा हा हा...

झरिया, सुमित अरोड़ा। रंगों के पर्व होली को लेकर कोयलांचल के बाजार सज चुके हैं। लोग रंग, पिचकारी और कपड़ों की खूब खरीदारी कर रहे हैं। ग्राहकों के लिए इस बार एक से बढ़कर एक पिचकारी, रंग व आकर्षक कपड़े बाजार में उपलब्ध हैं। 

बाजार में इस बार हर्बल रंगों के साथ चीन निॢमत मैजिक आइस रंग व गुब्बारे मंगाए गए हैं। वहीं बच्चों के लिए प्रेशर गन भी बाजार में है। मैजिक आइस 50 रुपये प्रति पीस, मैजिक बैलून 80 से 120 रुपये, पिचकारी 10 से 750 रुपये, छोटी डिब्बी का रंग 10 रुपये, बड़ा 250 रुपये, अबीर 10 से 50 रुपये पैकेट, हर्बल अबीर 50 से 250 रुपये और मुखौटा 20 से 200 रुपये तक की कीमत में बाजार में बिक रहे हैं। बच्चों के पसंदीदा फिल्मी और कार्टून कैरेक्टर के मुखौटों की बाजार में ज्यादा मांग है। इनमें बाहुबली, छोटा भीम, स्पाइडर मैन आदि प्रमुख हैं। इनके मुखौटे 20 से 30 रुपये में मिल रहे हैं। हालांकि धनबाद के बाजारों में नेताओं के मुखौटे नहीं मिल रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि आचार संहिता लागू होने के कारण नेताओं का मुखौटा बेचना कोई परेशानी न खड़ी कर दे। इसलिए दुकानदार नेताओं के मुखौटे बेचने से परहेज कर रहे हैं। 

हर रेंज के कपड़े उपलब्ध : होली में नए वस्त्र पहनने का भी प्रचलन है। खासकर कुर्ता-पाजामा। इसे देखते हुए आकर्षक कुर्ता-पाजामा से बाजार सज चुके हैं। हर उम्र और वर्ग के लिए कुर्ता-पाजामा बजट के अनुसार बाजार में आ गए हैं। बच्चों के लिए कुर्ता-पजामा 250 से 500 रुपये तक वहीं बड़ों के लिए 400 से लेकर 800 रुपये तक में उपलब्ध है। 

इस साल होली का बाजार उतना अच्छा नहीं है। पिछले साल के मुकाबले कीमत थोड़ी बढ़ गई है। इसका असर देखा जा रहा है। 

- विपुल बर्णवाल, रंग विक्रेता, झरिया

अब रंग व पिचकारी की खरीद के प्रति लोगों की चाहत कम हुई है। लोग रंग से ज्यादा अबीर-गुलाल का प्रयोग करना पसंद कर रहे हैं। गुलाल में भी अच्छी कंपनियों के उत्पाद को ही ले रहे हैं। 

मुन्ना गुप्ता, रंग विक्रेता, झरिया

इस साल होली के बाजार में हर प्रकार के कपड़े मंगाए गए हैं। महंगाई की वजह से इस वर्ष बिक्री उतनी नहीं है। इसकी अपेक्षा बीते साल लोगों का रुझान कपड़ों पर ज्यादा था।

मनोज बर्णवाल,  रेडीमेड कपड़ा व्यवसायी

होली के मौके पर भीड़भाड़ अधिक है। हालांकि इस वर्ष लोगों की चाहत कम रेंज के कपड़े पर ज्यादा है। 

सुभाष कुमार, कपड़ा व्यवसायी झरिया 

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