RIP Dilip Kumar: धनबाद की यादों में बसे हैं ट्रेजडी किंग, यहां के कलाकार मानते उनके जैसा दूसरा नहीं

बालीवुड अभिनेता और विभिन्न टीवी सिरियल में अपनी अदाकारी दिखा चुके धनबाद के जावेद पठान ने कहा कि दिलीप कुमार जैसा हर कोई नहीं हो सकता। बचपन से उन्हें देख कर बड़े हुए। यदि आज वे अभिनय की दुनिया में हैं तो उसका एक श्रेय दिलीप कुमार को जाता है।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 07 Jul 2021 11:23 AM (IST) Updated:Wed, 07 Jul 2021 12:07 PM (IST)
RIP Dilip Kumar: धनबाद की यादों में बसे हैं ट्रेजडी किंग, यहां के कलाकार मानते उनके जैसा दूसरा नहीं
ट्रेजेडी किंग के नाम से मसहूर दिपील कुमार ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। ट्रेजेडी किंग के नाम से मसहूर फिल्म अभिनेता दिलीप कुमार का बुधवार की सुबह निधन हो गया। उन्हें पिछले एक महीने से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में इलाज चल रहा था। यहीं पर उन्होंने आखिरी सांसे ली। वह 98 वर्ष के थे। उनके निधन से कला जगत और लाखों प्रशंसकों में शोक पसर गया। दिलीप कुमार का असली नाम युसूफ खान था। वह फिल्मों में दिलीप कुमार के नाम से काम करते थे। कोरोना काल में सेलेब्स सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर अपने प्रिय अभिनेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनकी निधन की खबर से धनबाद में भी कला जगत से जुड़े लोग स्तब्ध हैं। वैसे तो दिलीप कुमार कभी धनबाद नहीं आए, लेकिन वे यहां के कला प्रेमियों के दिलों पर सदा राजा करते रहे हैं। धनबाद का कला जगत मानता है कि आज तक दूसरा ऐसा कोई भी कलाकार नहीं हुआ जो उनकी कापी कर सके। या कभी यह कहा गया हो कि दिलीप कुमार जैसा दूसरा कलाकार देखने को मिला।

जावेद पठान को मिलने का मिला एक माैका

बालीवुड अभिनेता और विभिन्न टीवी सिरियल में अपनी अदाकारी दिखा चुके धनबाद के जावेद पठान ने कहा कि दिलीप कुमार जैसा हर कोई नहीं हो सकता। उनकी अभिनय के गुर किसी भी कलाकार में एक फीसद भी आ जाएं तो वह बड़ा कलाकार बन सकता है। बचपन से दिलीप कुमार को देख कर बड़े हुए। यदि आज वे अभिनय की दुनिया में हैं तो उसका एक श्रेय सीधे तौर पर दिलीप कुमार को जाता है। जावेद पठान ने कहा कि उन्हें एक मौका मिला था दिलीप कुमार से मिलने का। मुम्बई में उनकी मुलाकात हुई थी। वे काफी संजीदा इंसान रहे हैं।

दिलीप कुमार के अभिनय की चर्चा हर कला मंच पर

भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता और गायक राजू सिंह अनुरागी ने भी दिलीप कुमार के निधन पर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उन्होंने कहा कि अदाकारी के यदि विभिन्न आयाम देखने हों तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिलीप कुमार रहे हैं। हिंदी फिल्में हो या भोजपुरी या फिर अन्य किसी भाषा की, दिलीप कुमार के अभिनय की चर्चा सब जगह होती है। दिलीप कुमार का जाना दुनिया भर के फिल्म जगत के लिए क्षति है।

अदाकारी की बात शुरू होतो ही आता दिलीप कुमार का नाम

नाट्य संस्था द ब्लैक पर्ल्स धनबाद की अध्यक्ष और फिल्मों की कास्टिंग से जुड़ी शारदा कुमारी गिरी ने कहा कि अदाकारी की बात होती है तो दिलीप कुमार का नाम सबसे पहले आता है। नाटकों के प्रशिक्षण में भी दिलीप कुमार की अदाकारी की चर्चा जरुरी होती है। नव रस के सारे भाव दिलीप कुमार के चेहरे पर उनकी अदाकारी के दौरान देखा जा सकता है। उनका जाना बहुत ही दुखद है।

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